नई दिल्लीः दो अक्टूबर को केवल शाकाहारी भोजन परोसने की योजना की आलोचनाओं से घिरने के बाद भारतीय रेलवे ने महात्मा गांधी की जयंती को शाकाहार दिवस के रुप नहीं मनाने का फैसला किया है. अपनी यूनिट भारतीय रेल खानपान और पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) को रेलवे बोर्ड ने निर्देश दिया है कि उस दिन यात्रियों के लिए पहले की तरह मांसाहार भोजन का विकल्प भी उपलब्ध हो. इससे पहले मई में, उसने रेलवे के सभी जोनों को इस दिन को महात्मा गांधी के प्रति सम्मान के तौर पर ‘शाकाहार दिवस’ के रुप में मनाने का आदेश दिया था. महात्मा गांधी शाकाहार के लिए भारत के बहुत बड़े प्रचारक समझे जाते थे. पत्र में लिखा गया है, ‘‘इस मामले का बोर्ड कार्यालय ने परीक्षण किया और सक्षम प्राधिकार ने तय किया कि शाकाहार/मांसाहार भोजन का विकल्प, जो पहले से ट्रेनों में उपलब्ध है, पहले की तरह जारी रहेगा.’ इस पत्र का विषय ‘‘दो अक्टूबर, 2018, 2019 और 2020 को शाकाहार दिवस मनायें’’ था. मई में जारी परिपत्र में बोर्ड ने प्रस्ताव रखा था कि दो अक्टूबर, 2018, 2019 और 2020 को पूर्ण शाकाहार दिवस के रुप में मनाया जा सकता है जब भारतीय रेलवे के परिसर में कहीं भी मांसाहार नहीं परोसा जाएगा. उसने कहा था, ‘‘सभी रेलवे कर्मचारियों से उस दिन को शाकाहार दिवस के रुप में मनाने का अनुरोध किया जाएगा. ’’