मुंबई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के मौके पर रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने पीएम को तोहफा देते हुए प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) के अंतर्गत रेल कौशल विकास योजना की शुरुआत की. इस योजना के तहत तीन साल की अवधि में 50 हजार उम्मीदवारों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा. शुरुआत में 1000 उम्मीदवारों को प्रशिक्षण किया जाएगा. प्रशिक्षण चार ट्रेडों, जिसमें इलेक्ट्रिशियन, वेल्डर, मशीनिस्ट और फिटर का ट्रेनिंग दिया जाएगा. इसमें 100 घंटे का प्रारंभिक बुनियादी प्रशिक्षण शामिल होगा. 


रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने देशभर के 75 वर्कशॉप केंद्रों पर हजारों ट्रेनिंग लेने वाले युवाओं से कहा, 'यह योजना न केवल युवाओं की रोजगार क्षमता में सुधार करेगी बल्कि स्वरोजगार के कौशल को भी उन्नत करेगी और जो पुन: कौशल और अप-स्किलिंग के माध्यम से ठेकेदारों के साथ काम कर रहे हैं और स्किल इंडिया मिशन में योगदान करते हैं.'




मुंबई के लोअर परेल स्थित वेस्टर्न रेलवे के वर्क शॉप में सैकड़ों युवाओं ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़कर रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव का मार्गदर्शन किया. क्षेत्रीय मांगों और जरूरतों के आंकलन के आधार पर क्षेत्रीय रेलवे और उत्पादन इकाइयों द्वारा अन्य ट्रेडों में प्रशिक्षण कार्यक्रम जोड़े जाएंगे. प्रशिक्षण नि:शुल्क प्रदान किया जाएगा और प्रतिभागियों का चयन मैट्रिक में अंकों के आधार पर एक पारदर्शी तंत्र का पालन करते हुए ऑनलाइन प्राप्त आवेदनों में से किया जाएगा.


कौन कर सकता है आवेदन
10वीं पास और 18-35 साल के बीच के उम्मीदवार आवेदन करने के पात्र होंगे. हालांकि इस प्रशिक्षण के आधार पर योजना में भाग लेने वालों का रेलवे में रोजगार पाने का कोई दावा नहीं होगा. इस योजना के लिए नोडल पीयू बनारस लोकोमोटिव वर्क्स द्वारा कार्यक्रम पाठ्यक्रम विकसित किया गया है, जो मूल्यांकन को मानकीकृत करेगा और प्रतिभागियों के केंद्रीकृत डेटाबेस को बनाए रखेगा. 


यह योजना शुरू में 1000 प्रतिभागियों के लिए शुरू की जा रही है और यह अपरेंटिस अधिनियम 1961 के तहत प्रशिक्षुओं को प्रदान किए जाने वाले प्रशिक्षण के अतिरिक्त होगी. प्रस्तावित कार्यक्रमों, आवेदन आमंत्रित करने वाली अधिसूचना, चयनित उम्मीदवारों की सूची के बारे में जानकारी के एकल स्रोत के रूप में एक नोडल वेबसाइट विकसित की जा रही है. प्रशिक्षुओं को एक मानकीकृत मूल्यांकन से गुजरना होगा और उनके कार्यक्रम के समापन पर राष्ट्रीय रेल और परिवहन संस्थान द्वारा आवंटित व्यापार में प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा. उन्हें उनके व्यापार के लिए प्रासंगिक टूलकिट भी प्रदान किए जाएंगे जो इन प्रशिक्षुओं को अपनी शिक्षा का उपयोग करने और स्व-रोजगार के साथ-साथ विभिन्न उद्योगों में रोजगार की क्षमता बढ़ाने में मदद करेंगे. देशभर के युवाओं को शामिल करने के लिए, उपरोक्त ट्रेडों में प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए 75 रेलवे प्रशिक्षण संस्थानों को शॉर्टलिस्ट किया गया है. 


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