भारतीय सेना की व्हाइट नाइट कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग ने जम्मू संभाग अंतर्गत राजौरी और पुंछ के सीमावर्ती जिलों में तीन सेक्टरों का दौरा किया. यहां उन्होंने सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की. जम्मू स्थित व्हाइट नाइट कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल पी.के मिश्रा ने भारत और पाकिस्तान की सेनाओं द्वारा सीमा प्रबंधन पर चर्चा करने के लिए एलओसी पर ब्रिगेड कमांडर-स्तरीय फ्लैग मीटिंग आयोजित करने के दो दिन बाद कृष्णा घाटी और भीमभर गली सेक्टरों का दौरा किया.
जनरल ऑफिसर कमांडिंग ने सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की25 इन्फैंट्री डिवीजन के रूप में भी जानी जाने वाली स्ट्रैटेजिक ऐस ऑफ स्पेड्स डिवीजन के जीओसी मेजर जनरल कौशिक मुखर्जी इस यात्रा के दौरान लेफ्टिनेंट जनरल मिश्रा के साथ रहे. जीओसी व्हाइट नाइट कोर ने जीओसी ऐस ऑफ स्पेड्स डिवीजन के साथ कृष्णा घाटी, भीमभर गली और नौशेरा सेक्टरों का दौरा किया और सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की और परिचालन तैयारियों का आकलन किया.
व्हाइट नाइट कोर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "उन्होंने सैनिकों की दृढ़ व्यावसायिकता की सराहना की और सभी रैंकों से उभरती सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए तत्परता और मनोबल के उच्चतम मानकों को बनाए रखने का आग्रह किया".
3 दिन पहले भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच हुई थी बैठकगौरतलब है कि गुरुवार को जम्मू के पुंछ सेक्टर के चक्का दा बाग इलाके में भारत और पाकिस्तान सेना ने फ्लैग मीटिंग की. सेना के मुताबिक यह फ्लैग मीटिंग दोनों पक्षों के बीच डीजीएमओ की समझ के अनुसार नियमित नियंत्रण रेखा और सीमा प्रबंधन प्रक्रिया का हिस्सा है. यह मीटिंग नियंत्रण रेखा पर नियमित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए आयोजित की गई थी.
अखनूर में शुक्रवार की देर रात आतंकियों के खिलाफ चलाए गए घुसपैठरोधी अभियान के दौरान सेना के जूनियर कमीशंड अधिकारी शहीद हो गए. अधिकारियों ने कहा कि हाल के दिनों में पुंछ और राजौरी जिलों में संघर्ष विराम उल्लंघन की कई घटनाएं सामने आई, जिससे सीमा पर तनाव बढ़ गया.