Continues below advertisement

भारतीय वायुसेना (IAF) ने स्वदेशी तेजस MK1A प्रोजेक्ट में तेजी लाते हुए ऊबाऊ प्रक्रिया को गुडबाय कह दिया है. अब भारतीय वायुसेना अपने बड़े को मजबूत करने के लिए स्वदेशी तेजस फाइटर्स के इंजन में और देरी नहीं करेगी. जब से भारत ने फाइटर जेट का ऑर्डर दिया है तब से पाकिस्तान और चीन की निंद उड़ी हुई है. पहले ये माना जा रहा था कि अमेरिका से इंजन आने की प्रक्रिया काफी लंबी हो सकती है, लेकिन अब भारतीय वायुसेना ने इसका भी तोड़ निकाल लिया है.

इस कंपनी ने इंजन खरीदेगी की IAF

Continues below advertisement

वायुसेना ने ऐसी प्लानिंग की है, जिससे तेजस MK-2 और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) एडवांस मीडियम कॉम्बैट एयरक्रॉफ्ट (AMCA) के लिए भी इंजन खरीद पक्रिया में तेजी आएगी. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो भारतीय वायुसेना अब अमेरिका की फाइटर जेट इंजन बनाने वाली जनरल इलेक्ट्रिक (GE) से F-404 इंजन खरीदने जा रही है. भारतीय वायुसेना और जनरल इलेक्ट्रिक मिलकर जेट इंजन खरीद की प्रक्रिया में तेजी लाएंगे.

विदेशी सेवाओं नहीं रहना पड़ेगा निर्भर

विदेशी सेवाओं से निर्भरता कम करने के लिए IAF भारत की प्राइवेट कंपनियों की मदद से मेनटेनेंस रिपेयर और ओवरहॉल (MRO) फैसिलिटी बनाएगी. यहीं पर F-404 इंजनों का रखरखाव किया जाएगा और समय-समय पर मरम्मत की जाएगी. भारत F-404 इंजनों का ऑर्डर जल्द ही देने वाला है. साल 2021 में 99 इंजनों का ऑर्डर देने के बाद भारतीय वायुसेना की ओर से ऐसे 75 और इंजन खरीदने जाने थे.

पांचवी पीढ़ी के जेट बनाने को लेकर IAF का प्लान

सिंगल इंजन तेजस 4.5 जेनेरेशन डेल्टा विंग मल्टी रोल कॉम्बैट एयरक्राफ्ट है. इसे DRDO की एरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी ADA ने डिजाइन किया है और HAL इसका निर्माण कर रही है. यह पहाड़ों के बीच दुश्मन पर तेजी से हमला करने में सक्षम है. भारतीय वासुसेना ने AF-414 इंजन का चयन पांचवीं पीढ़ी के AMCA लड़ाकू विमान बनाने के लिए किया है, जो जनरल इलेक्ट्रिक इंजन से काफी पावरफुल है.

ये भी पढ़ें : 'हम नॉर्थईस्ट को मानते हैं अष्टलक्ष्मी, कांग्रेस ने किया नजरअंदाज', बोले पीएम मोदी, अरुणाचल को दी 5100 करोड़ की सौगात