US Funding Row: '2014 में सोरोस के सपोर्ट से जीती BJP' अमित मालवीय के आरोपों पर पवन खेड़ा का पलटवार
US Funding Controversy: अमेरिका ने भारत मे वोटिंग परसेंटेज बढ़ाने के लिए किए जाने वाले फंड पर रोक लगा दी है. इसको लेकर बीजेपी नेता अमित मालवीय ने पूछा था कि आखिर इससे किस पार्टी को मदद होती थी.

US Funding Controversy: अमेरिका के ट्रंप प्रशासन में एलन मस्क के नेतृत्व में चल रहे डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DOGE) ने भारत समेत कई देशों की फंडिंग पर रोक लगा दी है. इसमें भारत में वोटिंग परसेंटेज बढ़ाने के लिए दी जाने वाली 21 मिलियन डॉलर की मदद भी शामिल है. अब इसको लेकर देश की सियासत गर्म हो गई है. बीजेपी ने इसे भारत की चुनावी प्रक्रिया में बाहरी हस्तक्षेप बताते हुए पूछा कि आखिर इससे किस पार्टी को मदद होती थी. वहीं अब इसको लेकर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने जवाब दिया है.
पवन खेड़ा ने अमित मालवीय की पोस्ट पर कहा कि कोई इन्हें बताए कि 2012 में जब भारतीय चुनाव आयोग को कथित तौर पर USAID से यह फंडिंग मिली थी तब सत्तारूढ़ पार्टी कांग्रेस थी. उन्होंने कहा कि इस तर्क से सत्ताधारी दल (कांग्रेस) तथाकथित 'बाहरी हस्तक्षेप' करवाकर अपनी ही चुनावी संभावनाओं को नुकसान पहुंचा रही थी और विपक्ष (बीजेपी) ने सोरोस या USAID की वजह से 2014 में चुनाव जीता.
Someone tell this clown that in 2012, when ECI allegedly got this funding from USAID, the ruling party was Congress.
— Pawan Khera 🇮🇳 (@Pawankhera) February 17, 2025
So, by his logic :
▪️Ruling party (Congress) was sabotaging its own electoral prospects by getting this so called ‘external interference’.
▪️And that the… pic.twitter.com/Xa92irSf29
अमित मालवीय ने कांग्रेस पर क्या आरोप लगाया था?
अमित मालवीय ने आरोप लगाया था कि USAID की ओर से भारत में वोटिंग परसेंटेज बढ़ाने के लिए जो फंडिंग हो रही थी, उससे कांग्रेस को फायदा पहुंच रहा था. मालवीय ने X पर लिखा था, 'वोटिंग परसेंटेज बढ़ाने और राजनैतिक परिदृश्य को मजबूत करने के लिए 486 मिलियन डॉलर.. भारत में वोटिंग परसेंटेज के लिए 21 मिलियन डॉलर? यह निश्चित रूप से भारत की चुनावी प्रक्रिया में बाहरी हस्तक्षेप को दिखाता है. आखिर इससे किसे लाभ हो रहा था? सत्ताधारी पार्टी को तो निश्चित रूप से नहीं!'
- $486M to the “Consortium for Elections and Political Process Strengthening,” including $22M for "inclusive and participatory political process" in Moldova and $21M for voter turnout in India.
— Amit Malviya (@amitmalviya) February 15, 2025
$21M for voter turnout? This definitely is external interference in India’s electoral… https://t.co/DsTJhh9J2J
DOGE ने भारत को दी जाने वाली फंडिंग पर लगाई थी रोक
एलन मस्क के विभाग DOGE के अधिकारियों ने कहा था कि अमेरिका ने भारत में वोटिंग बढ़ाने के लिए 2.1 करोड़ डॉलर और बांग्लादेश में राजनीतिक स्थिरता लाने के लिए 2.9 करोड़ डॉलर की मदद को रद्द कर दिया है. DOGE ने कहा कि अमेरिकी टैक्स पेयर्स के पैसे इन मामलों में खर्च किए जाने थे, हमने इन्हें रद्द कर दिया.
PM मोदी-ट्रंप मीटिंग के तुरंत बाद ऐलान
मस्क का यह फैसला ऐसे समय में आया, जब भारतीय प्रधानमंत्री अमेरिका के दौरे पर थे. ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के दौरान यह पीएम मोदी और ट्रंप की पहली मुलाकात थी, जिसमें दोनों देशों के संबंधों को मजबूत करने की भी घोषणा की गई. हालांकि DOGE के इस फैसले का संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रंस में कोई जिक्र नहीं था.
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