The Voice of Global South Summit: नए साल की शुरुआत में ही भारत एक ग्‍लोबल समिट की मेजबानी करने जा रहा है. देश में अगले सप्‍ताह 'द वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ' समिट का आयोजन होगा. इसके लिए 100 से ज्‍यादा देशों को आमंत्रित किया गया है. आज विदेश सचिव ने यह जानकारी दी.


विदेश सचिव विनय क्वात्रा (Vinay Kwatra) ने शुक्रवार को कहा कि 12-13 जनवरी को भारत 'द वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ' (The Voice of Global South) समिट की मेजबानी करेगा. उन्‍होंने कहा कि 120 देशों को इस शिखर सम्मेलन में हिस्‍सा लेने के लिए आमंत्रित किया गया है. उनके प्रतिनिधि इसमें भाग लेंगे. उन्‍होंने कहा, ''10 से 20 देश एक सत्र का हिस्सा होंगे और 2 प्रमुख सत्रों की मेजबानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ही करेंगे.'' 


यह ग्‍लोबल साउथ के देशों का मंच है


विदेश सचिव ने एक स्‍पेशल ब्रीफिंग के दौरान कहा, "हम 12 और 13 जनवरी 2023 को एक स्‍पेशल वर्चुअल समिट की मेजबानी करेंगे. अगले सप्ताह होने वाली इस समिट को वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट कहा जाएगा. उन्होंने कहा, "यह समिट अनिवार्य रूप से ग्‍लोबल साउथ के देशों को एक साथ लाने और मुद्दों की सीरीज में एक साझा मंच पर उनके दृष्टिकोण और प्राथमिकताओं को साझा करने की परिकल्पना करता है."


'पीएम मोदी के विजन से प्रेरित है सम्‍मेलन'


यह पहल पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास' के विजन से प्रेरित है. विदेश सचिव ने कहा कि यह भारत के 'वसुधैव कुटुंबकम' के दर्शन पर भी आधारित है.


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