Rafale Vs F-16: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध बिगड़ चुके हैं. भारत ने सिंधु जल समझौता और पाक वीजा को रद्द कर दिया तो पाकिस्तान के विदेश मंत्री से लेकर रक्षा मंत्री तक भारत को इसका अंजाम भुगतने की धमकी दे रहे हैं. रक्षा मंत्री हनीफ अब्बासी ने धमकी दी थी कि उनके पास गौरी, अब्दाली और गजनवी जैसी मिसाइलें हैं, 130 परमाणु हथियार हैं, जिनका मुंह हिंदुस्तान की ओर है. पाकिस्तान की ओर से इतनी बयानबाजी हुई कि हालात बिगड़ते चले गए. ऐसी आशंका जताई जा रही है कि भारत अगले कुछ दिनों में पाकिस्तान के खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई कर सकता है.

अगर पाकिस्तान एयरफोर्स की बात करें तो उसके पास सबसे अपडेटेड फाइटर जेट अमेरिका का F-16 है, लेकिन ये भारत के सबसे राफेल फाइटर जेट के सामने कहीं नहीं ठहरता. जहां F-16 चौथी पीढ़ी का फाइटर जेट है, वहीं राफेल 4.5वीं जनरेशन का है. F-16 का रडार सिस्टम 84 किमी के दायरे में 20 टारगेट को पहचान सकता है, जबकि राफेल इस मामले में F-16 की तुलना में लगभग दोगुना ताकतवर है.

F-16 की क्या है खासियत?

F-16 की गिनती दुनिया के भरोसेमंद और सुरक्षित फाइटर जेट में होती है. इसे अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन ने बनाया है. अमेरिका ने 1973 में F-16 का प्रोडक्शन शुरू किया था. दिसंबर 1976 में इसने पहली उड़ान भरी थी. लॉकहीड मार्टिन के मुताबिक, पाकिस्तान समेत 25 से ज्यादा देशों के पास इस समय F-16 फाइटर जेट हैं.   

अमेरिकी फाइटर जेट F-16 की लंबाई 15 मीटर, चौड़ाई 9.45 मीटर और ऊंचाई 5 मीटर है. ये 15,235 किलोमीटर की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है. F-16 का वजन 9.2 टन है और ये एक बार में 21.7 टन वजन लेकर उड़ सकता है. F-16 की रेंज 4,200 किलोमीटर है यानी एक उड़ान में ये इतनी दूर जाकर हमला कर सकता है. F-16 की रफ्तार 2,145 किलोमीटर प्रति घंटे की है. 

युद्ध के मैदान में F-16 की ताकत?

F-16 सिंगल इंजन वाला मल्टी-रोल लड़ाकू विमान है यानी ये किसी भी तरह के ऑपरेशन को अंजाम दे सकता है. ये चौथी पीढ़ी का फाइटर जेट है जिसमें हवा से हवा और हवा से जमीन में मार करने वाली मिसाइलें तैनात की जा सकती हैं. इसमें लगने वाली मिसाइलों की रेंज 100 किलोमीटर है यानी ये सिर्फ 100 दूरी तक के टारगेट को ही मार सकती हैं. F-16 का रडार सिस्टम 84 किमी के दायरे में 20 टारगेट को पहचान सकता है.  राफेल की क्या है खासियत? 

पाकिस्तान का F-16 सिंगल इंजन वाला फाइटर जेट है, जबकि राफेल डबल इंजन वाला लड़ाकू विमान है. 4.5वीं पीढ़ी के इस फाइटर जेट को फ्रांस की कंपनी डसाल्ट एविएशन ने डेवलेप किया है. राफेल की स्पीड 2200 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा है. 

युद्ध के मैदान में राफेल की ताकत?

राफेल में तीन तरह की मिसाइल तैनात की जा सकती हैं. हवा से हवा में मार करने वाली मीटियोर मिसाइल, हवा से जमीन में मार करने वाल स्कैल्प मिसाइल और हैमर मिसाइल. राफेल की स्पीड इतनी ज्यादा है कि उसके सामने पाकिस्तान ही नहीं चीन का भी कोई फाइटर जेट नहीं ठहरता है. राफेल महज एक मिनट में 18 हजार की ऊंचाई पर जा सकता है. इसकी सबसे खास विशेषता है कि ये एक बार फ्यूल भरने पर लगातार 10 घंटे की उड़ान भर सकता है.

एक साथ 40 टारगेट की पहचान कर सकता है राफेल 

इंडियन एयरफोर्स का राफेल फाइटर जेट में तैनात गन एक मिनट में 2500 से ज्यादा फायर कर सकती है. राफेल में इतना शानदार रडार सिस्टम है कि ये 100 किमी के दायरे में एक बार में एकसाथ 40 टारगेट की पहचान कर सकता है. राफेल एक बार में 24,500 किलो तक का भार उठा सकने में सक्षम है. 

भारत के सामने कहां टिकेगा पाकिस्तान? 

पाकिस्तान के पास अमेरिकी F-16 के अलावा ज्यादातर चीनी फाइटर जेट हैं, जो राफेल के आगे कहीं नहीं ठहरते. डिफेंस एक्सपर्ट्स का मानना है कि पाकिस्तानी एयरफोर्स के सबसे अपडेटेड F-16 के मुकाबले राफेल में किसी भी सुरक्षित एयरस्पेस को भेदने की क्षमता है.  जहां भारत के पास राफेल, सुखोई-30 MKI, मिग जैसे फाइटर और S-400 जैसी उन्नत प्रणालियां हैं, वहीं पाकिस्तान के पास पुराने F-16 और चीनी JF-17 हैं.