India-Canada Row: भारत और कनाडा के बीच खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर के मर्डर को लेकर विवाद जारी है. इस बीच भारत और अमेरिका की टू प्लस टू मंत्रिस्तरीय वार्ता में सरकार ने  कनाडा को लेकर अपनी चिंताओं को स्पष्ट किया. भारत ने कहा कि हमारी मुख्य चिंता सुरक्षा है. 


टू प्लस टू मंत्रिस्तरीय वार्ता के बाद विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने कहा, ''हम अपने सभी दोस्तों और पार्टनर के साथ लगातार बातचीत कर रहे हैं. हमने मामले को लेकर अपनी स्थिति कई मौके पर विस्तार से समझाई है. हमारी मुख्य चिंता सुरक्षा है. आपने हाल ही में गुरपतवंत सिंह पन्नू का वीडियो देखा होगा. इससे गंभीर सुरक्षा चितांए उभरती है. हमने अपने दोस्तों और पार्टनर को अपनी स्थिति बिल्कुल स्पष्ट कर दी है. हमें लगता है कि वे इसे समझते हैं.'' 


गुरपतवंत सिंह पन्नू ने क्या धमकी दी थी?
सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के संस्थापक गुरपतवंत सिंह पन्नू ने हाल ही में एक वीडियो सामने आया था. इसमें उसने एअर इंडिया की 19 नवंबर की उड़ानों के यात्रियों को धमकी दी है, इस दिन आईसीसी विश्व कप फाइनल होगा. 


भारत पन्नू समेत अन्य खालिस्तान समर्थकों पर लगातार कार्रवाई की मांग करता रहा है. हालांकि, कनाडा की तरफ से ठोस कदम नहीं उठाए जाने से भारत सरकार ने कई मौकों पर नाराजगी जताई है.


दिल्ली में हुई टू प्लस टू मंत्रिस्तरीय वार्ता में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने किया. भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्री एस. जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया. 






भारत और कनाडा के बीच विवाद कैसे शुरू हुआ?
हाल ही में कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने दावा किया था कि हरदीप सिंह निज्जर के मर्डर में भारतीय एजेंट का हाथ हो सकता है. इसको लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय ने जवाब देते हुए कहा कि ये सारे आरोप राजनीति से प्रेरित है. इसके बाद से दोनों देश में विवाद बढ़ गया. 


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