Brahmos Missile: भारत ने शुक्रवार (19 अप्रैल) को फिलीपींस को शक्तिशाली ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की पहली खेप डिलीवर कर दी है. देश के डिफेंस एक्सपोर्ट में इसे एक बड़े कदम के तौर पर देखा जा रहा है. एबीपी न्यूज के पास ब्रह्मोस मिसाइल के एक्सपोर्ट की एक्सक्लूसिव तस्वीरें हैं. इसमें देखा जा सकता है कि वायुसेना ने विशेष विमान से मिसाइलों को फिलीपींस पहुंचाया है. इस दौरान भारत और फिलीपींस के अधिकारियों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाई है.


फिलीपींस को भारत की तरफ से क्रूज मिसाइलें ऐसे समय में मिली हैं, जब उसका चीन के साथ विवाद चल रहा है. दक्षिण चीन सागर में आए दिन फिलीपींस और चीन की नौसेना का आमना-सामना हो जा रहा है. माना जा रहा है कि फिलीपींस इन मिसाइलों को चीन की ओर तैनात कर सकता है, ताकि चीन की सेना से अपनी रक्षा कर सके. क्रूज मिसाइलों के लिए भारत और फिलीपींस के बीच दो साल पहले डील हुई थी. ये डील 375 मिलियन डॉलर (लगभग 3000 करोड़ रुपये) की थी. 




(भारतीय अधिकारी और फिलीपींस मरीन कॉर्प्स के जवान)


वायुसेना का ग्लोबमास्टर विमान मिसाइलों को लेकर पहुंचा फिलीपींस


भारतीय वायुसेना का सी-17 ग्लोबमास्टर मालवाहक विमान शुक्रवार को ब्रह्मोस मिसाइल की पहली खेप लेकर फिलीपींस पहुंचा. भारतीय दल में वायुसेना, नौसेना और ब्रह्मोस मिसाइल की टीम शामिल थी, जो डिलीवरी देने के लिए इस एशियाई देश में पहुंची. मिसाइलों को फिलीपींस मरीन कॉर्प्स को सौंपा गया. इस दौरान भारतीय दल में शामिल अधिकारियों ने फिलीपींस मरीन कॉर्प्स के जवानों को मिठाई खिलाकर मिसाइल मिलने की बधाई दी. 


एक साल में 32.5% बढ़ा भारत का डिफेंस एक्सपोर्ट


भारत का डिफेंस एक्सपोर्ट हर साल बढ़ता जा रहा है. वित्तीय वर्ष 2023-24 में भारत ने 2.63 अरब डॉलर यानी 21,083 करोड़ रुपये के हथियार और डिफेंस उपकरण विदेशों में एक्सपोर्ट किए. पिछले साल के मुकाबले इसमें 32.5% का इजाफा देखने को मिला. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के 10 साल के कार्यकाल में भारत का डिफेंस एक्सपोर्ट तेजी से बढ़ा है. वित्तीय वर्ष 2013-14 की तुलना में पिछले 10 सालों में रक्षा निर्यात में 31 गुना की बढ़ोतरी हुई है. 


क्या है ब्रह्मोस की खासियत?


फिलीपींस के अलावा अर्जेंटीना जैसे मुल्कों ने भी ब्रह्मोस मिसाइल खरीदने में दिलचस्पी दिखई है. भारत और रूस के ज्वाइंट वेंचर ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड 'ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों' का प्रोडक्शन करता है. इस मिसाइल को पनडुब्बियों, जहाजों, विमानों या लैंड प्लेटफार्म से लॉन्च किया जा सकता है. ब्रह्मोस मिसाइल की रफ्तार 2.8 मैक की है या कहें आवाज की रफ्तार से तीन गुना ज्यादा तेजी के साथ ये टारगेट पर हमला कर सकती है. 


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