India Energy Week 2025: दिल्ली में इंडिया एनर्जी वीक की मंगलवार (11 फरवरी, 2025) से शुरुआत हुई. ये आयोजन 11 फरवरी से 14 फरवरी तक चलेगा. इसमें दुनिया भर से दिग्गज शिरकत करने पहुंचे हैं. इंडिया एनर्जी वीक के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो मैसेज के जरिए दुनिया भर से आए सभी लोगों को संबोधित किया और भारत के लक्ष्य के बारे में बताया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी का अभिनंदन करते हुए भारत के बारे में कहा, 'दुनिया का हर एक्पर्ट आज कह रहा है कि 21st सेंचुरी भारत की सेंचुरी है. भारत अपनी ही नहीं, दुनिया की ग्रोथ को भी ट्राइब कर रहा है. इसमें हमारे एनर्जी सेक्टर की बहुत बड़ी भूमिका है. भारत की एनर्जी एंबिशियस पांच पिलर्स पर खड़ी है. पहला- हमारे पास रिसोर्स है जिनको हम हार्नेस कर रहे हैं. दूसरा- हम अपने ब्रिलिएंट माइंस को इन्नोवेट करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं. तीसरा- हमारे पास इकोनामिक स्ट्रैंथ है. पॉलीटिकल स्टेबिलिटी है. चौथा- भारत के पास स्ट्रैटेजिक ज्योग्राफी है जो एनर्जी ट्रेड को ज्यादा आकर्षक और आसान बनाती है. पांचवां- भारत ग्लोबल सस्टेनेबिलिटी के लिए कमिटेड है. इससे भारत के एनर्जी सेक्टर में नई संभावनाएं तैयार हो रही हैं.' 

'2030 तक भारत का खास लक्ष्य'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो मैसेज के जरिए इंडिया एनर्जी वीक में दुनिया भर को बताया. उन्होंने कहा, 'अगले दो दशक बहुत अहम हैं और अगले आने वाले पांच सालों में अनेक बड़े पड़ाव भारत पार करने वाला है. हमारे बहुत सारे एनर्जी गोल 2030 के डेडलाइन के हिसाब से सेट किए गए हैं. साल 2030 तक हम 500 गीगावॉट रिन्यूएबल एनर्जी को ऐड करना चाहते हैं. साल 2030 तक भारतीय रेलवे ने नेट जीरो कार्बन एमिशन का टारगेट रखा है और हम हर साल 5 मिलियन मैट्रिक टन ग्रीन हाइड्रोजन कर सकें यह लक्ष्य है. हमारे ये टारगेट काफी एंबिशियस लगा सकते हैं लेकिन बीते 10 साल में जो भारत ने हासिल किया है उससे ये विश्वास पैदा हुआ है कि यह टारगेट भी हम जरूर हासिल कर लेंगे.'

'एनर्जी सेक्टर में अब तक की भारत की बड़ी उपलब्धियां'पीएम मोदी ने भारत के एनर्जी सेक्टर की बड़ी उपलब्धियों को दुनिया के सामने रखा. उन्होंने अपने वीडियो मैसेज के जरिए बताया कि कैसे बीते 10 सालों में भारत 10 लार्जेस्ट देशों से 5 सबसे बड़े इकॉनमी वाले देशों में शामिल हुआ है.

पीएम ने कहा, 'बीते 10 सालों में हमने अपनी सोलर एनर्जी जेनरेशन कैपेसिटी को 32 टन बढ़ाया है. आज भारत दुनिया का सबसे तीसरा सबसे बड़ा सोलर पावर जेनरेटिंग जनरेशन है. भारत G-20 देशों में पेरिस समझौते के लक्ष्य को पूरा करने वाला पहला देश है. भारत कैसे अपने लक्ष्य समय से पहले प्राप्त कर रहा है इसका एक और उदाहरण है इथेनॉल ब्लेंडिंग. आज भारत 19% इथेनॉल ब्लेंडिंग कर रहा है. इससे फौरन एक्सचेंज की सेविंग हुई है और सब्सटेंशियल फार्मर रेवेन्यू जेनरेट हुआ है.'

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