नई दिल्लीः म्यांमार में सैन्य तख्तापलट के खिलाफ और लोकतंत्र की वापसी की मांग को लेकर प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरे हुए हैं. वहीं बीते हफ्ते सैनिकों और पुलिसकर्मियों की कार्रवाई में 100 से अधिक प्रदर्शनकारियों के मारे जाने की खबर मिली थी. जिसके बाद म्यांमार की सेना ने देश के पूर्वी हिस्से पर हवाई हमले किए जिसके बाद हिंसा की स्थिति और गहरा गई. वहीं अब पड़ोसी देश भारत ने म्यांमार में हो रही हिंसा की निंदा की है.


म्यांमार हिंसा पर भारत ने जताई निंदा


भारत ने म्यांमार में हो रही हिंसा और जानमाल के नुकसान की निंदा की है. इसके साथ ही भारत ने मामले में अधिकतम संयम बरतने और हिरासत में लिए गए नेताओं की रिहाई की बात भी की है. बता दें कि 1 फरवरी को म्यांमार की सेना ने देश की सरकार को गिरा दिया और एक साल के लिए सत्ता पर कब्जा कर लिया था. इसके साथ ही देश के शीर्ष राजनीतिक हस्तियों को हिरासत में लिया गया, जिसमें आंग सान सू की और राष्ट्रपति यू विन म्यिंट शामिल हैं.


नेताओं की रिहाई की मांग


दरअसल संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने बुधवार को म्यांमार की स्थिति पर विचार-विमर्श प्रस्तुत किए थे. जिस दौरान संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी.एस. तिरुमूर्ति ने ट्वीट करते हुए म्यांमार में हो रही हिंसा और जानमाल के नुकसान पर निंदा व्यक्त की है. वहीं हिरासत में लिए गए नेताओं की रिहाई की बात भी कही है.


संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने पिछले सप्ताह म्यांमार में सुरक्षा बलों द्वारा बच्चों और युवाओं सहित दर्जनों नागरिकों की हत्या करने पर निंदा व्यक्त की थी. वहीं अब भारत की ओर से टी.एस. तिरुमूर्ति ने म्यांमार में हो रही हिंसा को रोकने के लिए शांति से हल करने के पर जोर दिया है.


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