India-China Standoff: नियंत्रण रेखा (LAC) पर पहली K9-वज्र स्वचालित होवित्जर रेजिमेंट को तैनात किया है. K9-वज्र (तोप) लगभग 50 किमी की दूरी पर दुश्मन के ठिकानों पर हमला कर सकती है. तोप की तैनाती पूर्वी लद्दाख के फॉरवर्ड एरिया में की गई है. K9-वज्र की तैनाती ऐसे वक्त की गई है, जब LAC से सटे इलाकों में चीनी सेना जमकर ड्रोन का इस्तेमाल कर रही है.
भारत में ही किया जा रहा है K-9 वज्र का निर्माण
K-9 वज्र का निर्माण भारत में ही किया जा रहा है. इसको मुंबई की फर्म लॉर्सन एंड ट्रूबो और दक्षिण कोरियाई फर्म मिलकर बना रही हैं. भारतीय सेना ने दक्षिण कोरिया की एक फर्म से 100 तोपों के लिए ऑर्डर दिया था, जिसके बाद इन तोपों को अलग-अलग रेजीमेंट में शामिल किया जा रहा है.
पिछले 6 महीनों में स्थिति काफी सामान्य रही- जनरल नरवणे
वहीं, दूसरी ओर आज लद्दाख के उपराज्यपाल आरके माथुर ने गांधी जयंती के मौते पर लेह में दुनिया के सबसे बड़े खादी राष्ट्रीय ध्वज का उद्घाटन कर उसे लगाया. इस दौरान सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे भी मौके पर मौज़ूद रहें. चीन से सीमा विवाद को लेकर जनरल नरवणे ने कहा, ‘’पिछले 6 महीनों में स्थिति काफी सामान्य रही है. हमें उम्मीद है कि अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में 13वें दौर की वार्ता होगी और हम इस बात पर आम सहमति पर पहुंचेंगे कि 'डिसएंगेजमेंट' कैसे होगा.’’
चीन ने पूर्वी लद्दाख और उत्तरी मोर्चे पर काफ़ी संख्या में सेना की तैनाती की- जनरल नरवणे
सेना प्रमुख एमएम नरवणे ने आगे कहा, ‘’चीन ने हमारे पूर्वी कमान तक पूरे पूर्वी लद्दाख और उत्तरी मोर्चे पर काफ़ी संख्या में तैनाती की है. निश्चित रूप से अग्रिम क्षेत्रों में उनकी तैनाती में वृद्धि हुई है जो हमारे लिए चिंता का विषय बना हुआ है.’’