India-China Meeting: भारत और चीन की सेनाओं ने पूर्वी लद्दाख में जारी गतिरोध को हल करने के लिए डीबीओ (DBO) और चुशूल (Chushul ) में मेजर जनरल स्तर की वार्ता की. न्यूज़ एजेंसी एएनआई के अनुसार, रक्षा सूत्र ने शुक्रवार (18 अगस्त) को बताया कि दोनों स्थानों पर भारतीय पक्ष का प्रतिनिधित्व मेजर जनरल पीके मिश्रा और मेजर जनरल हरिहरन ने किया.


डेपसांग प्लेन्स और सीएनएन (CNN) जंक्शन पर मुद्दों को सुलझाने के लिए बातचीत हुई. चीन-भारत कोर कमांडर लेवल की बैठक का 19वां दौर 13 से 14 अगस्त तक भारतीय सीमा की तरफ चुशुल-मोल्डो सीमा पर आयोजित किया गया. जिसमें दोनों पक्ष एलएसी पर कई मुद्दों को हल करने पर सहमति हुई थी. संयुक्त बयान में कहा गया था कि दोनों पक्ष मुद्दों को शीघ्रता से हल करने और सैन्य व राजनयिक चैनलों के माध्यम से बातचीत की गति को बनाए रखने पर सहमत हुए. 


विदेश मंत्रालय ने जारी किया था बयान


विदेश मंत्रालय ने चीन के साथ सैन्य बातचीत पर 15 अगस्त को कहा था कि दोनों पक्षों के बीच पश्चिमी क्षेत्र में एलएसी पर बाकी मुद्दों के समाधान पर गहन चर्चा हुई. दोनों पक्ष इन मुद्दों को हल करने पर सहमत हुए. भारतीय और चीनी सेना पूर्वी लद्दाख में गतिरोध के कुछ बिंदुओं पर तीन साल से ज्यादा समय से आमने-सामने की स्थिति में हैं.


गलवान घाटी झड़प के बाद बिगड़ी बात


दोनों पक्षों ने व्यापक राजनयिक और सैन्य वार्ता के बाद कई क्षेत्रों से सैनिकों की वापसी पूरी कर ली है. इससे पहले 23 अप्रैल को हुई सैन्य वार्ता के 18वें दौर में भारतीय पक्ष ने देपसांग और डेमचोक में लंबित मुद्दों को जल्द से जल्द हल करने की पैरवी की थी. जून 2020 में गलवान घाटी में हुई भीषण झड़प के बाद दोनों देशों के बीच संबंधों में काफी गिरावट आई, जो पिछले दशकों में दोनों पक्षों के बीच सबसे गंभीर सैन्य संघर्ष था. 


(इनपुट पीटीआई से भी)


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