नई दिल्ली: संसद के दोनों सदनों में बजट सत्र के पहले हफ्ते में कई मुद्दों को लेकर सरकार और विपक्षी पार्टियों के बीच गतिरोध की वजह से कार्यवाही बाधित रही. शुक्रवार को भी सदन में कोई कार्य नहीं हुआ. संसद में आंध्र प्रदेश, पीएनबी घोटाला और कावेरी जल मुद्दे को लेकर विपक्षी पार्टियों ने सत्ता पक्ष पर निशाना साधा. पांच मार्च को सत्र शुरू होने के बाद से ही संसद के दोनों सदनों में आंध्र को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग और पंजाब नेशल बैंक का 12600 का घोटाला छाया रहा. इन दोनों मुद्दों को लेकर विवाद हो रहा है, जिसकी वजह से सदन में कार्यवाही बाधित है.
लोकसभा में लगातार पांचवें दिन शुक्रवार को भी विपक्षी पार्टियों ने सरकार के विरुद्ध प्रदर्शन किया. सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी पार्टियों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया और पांच मिनट बाद ही अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को दोपहर तक के लिए सदन स्थगित करना पड़ा. सदन की कार्यवाही जैसे ही दोबारा शुरू हुई, विभिन्न पार्टियों के सांसद हाथों में प्लेकार्ड लेकर लोकसभा अध्यक्ष के पास पहुंच गए और नारे लगाना शुरू कर दिया. महाजन ने इसके बाद सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी.
राज्यसभा में भी स्थिति लोकसभा से अलग नहीं थी. विपक्षी दलों के सांसदों ने 12,600 करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले और आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग पर हंगामा किया जिसके बाद संसद कार्यवाही हंगामे के बीच स्थगित कर दी गई. दोपहर 2.30 बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई, कांग्रेस, तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) और एआईएडीएमके के सांसद सभापति के नजदीक इकट्ठा हो गए और नारेबाजी करने लगे.
उप सभापति पी.जे.कुरियन ने उनसे कामकाज करने की गुजारिश की लेकिन विपक्षी सांसदों का हंगामा जारी रहा. कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी पीएनबी घोटाले पर केंद्र सरकार से जवाब की मांग की. टीडीपी सांसद आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने के समर्थन में प्लेकार्ड दिखाकर नारेबाजी करने लगे जबकि एआईएडीएमके के सांसदों ने कावेरी जल विवाद पर हंगामा किया. नारेबाजी के बीच कुरियन ने सदन की कार्यवाही सोमवार सुबह तक के लिए स्थगित कर दी.