नई दिल्ली: गृह मंत्रालय ने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) को सौंपी अपनी रिपोर्ट में कहा है, कि उसे बीएसएफ जवान की उस शिकायत में कोई दम नहीं नजर आया है. जिसमें कहा गया है कि सीमा पर तैनात सुरक्षाकर्मियों को घटिया राशन दिया जाता है. साथ ही इस पर जोर दिया गया है कि 'सुरक्षाबलों के खाने को लेकर कोई व्यापक असंतोष नहीं है.' अपनी रिपोर्ट में गृहमंत्रालय ने पीएमओ से कहा कि अर्धसैनिक बलों की किसी भी चौकी पर राशन की कमी नहीं है और नियमित रूप से क्वालिटी की जांच की जाती है.


बीएसएफ जवान तेज बहादुर की खाने की क्वालिटी के बारे में शिकायत वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था, जिसके बाद उस वीडियो पर जमकर प्रतिक्रियाएं आई. पीएमओ ने इस घटना पर विस्तृत तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है.


ऑफिशियल सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री कार्यालय को बताया गया है कि ''किसी भी अर्धसैनिक बल में खाने को लेकर जवानों में असंतोष नहीं है.'' प्रधानमंत्री कार्यालय को यह भी सूचित किया गया कि किसी भी चौकी पर राशन की कमी नहीं है और सीमा पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने कभी खाने के बारे में शिकायत नहीं की.


सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री कार्यालय को सूचित किया गया कि गृह मंत्रालय ने अर्धसैनिक बलों को जवानों की सभी शिकायतें गंभीरता से लेने का निर्देश दिया है और उनसे कहा कि भोजन में सुधार के लिए कदम उठाये जाने चाहिए.