Mehbooba Mufti Daughter Iltija Passport: पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती को सीमित अवधि वाला और 'देश विशिष्ट पासपोर्ट' जारी किया गया है. इल्तिजा को ये पासपोर्ट दो साल के लिए दिया गया है. शुक्रवार यानी 7 अप्रैल को उन्होंने सवाल किया कि "क्या मैं एक आतंकवादी या राष्ट्र-विरोधी हूं."
इल्तिजा मुफ्ती ने पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि अगर एक पूर्व मुख्यमंत्री की बेटी को इस तरह के भेदभाव का सामना करना पड़ता है, तो आम लोगों की स्थिति की कल्पना की जा सकती है.
पहले आवेदन को मंजूरी नहीं मिली
दरअसल, जम्मू-कश्मीर पुलिस के आपराधिक जांच विभाग (CID) की एक प्रतिकूल रिपोर्ट के बाद पासपोर्ट के लिए इल्तिजा के आवेदन को मंजूरी नहीं मिली थी. इसके बाद 35 वर्षीय इल्तिजा ने फरवरी में जम्मू-कश्मीर हाई कोर्ट का रुख किया था. उनकी पासपोर्ट की अवधि 2 जनवरी को खत्म हो गई थी और उन्होंने पिछले साल 8 जून को पासपोर्ट के लिए नए सिरे से आवेदन किया था.
हायर स्टडी के लिए विदेश जाना चाहती हैं
कश्मीर के क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी ने अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल को लिखे पत्र में कहा था कि "कोर्ट ने क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय (आरपीओ) को मामले की खूबियों को देखने का निर्देश दिया था. इसके बाद इल्तिजा हायर स्टडी के लिए विदेश जाना चाहती थीं, इसलिए उनको 5 अप्रैल, 2023 से 4 अप्रैल, 2025 तक की वैधता के साथ एक देश विशिष्ट पासपोर्ट जारी किया गया है."
सीआईडी ने न्यायपालिका को गुमराह किया
इल्तिजा मुफ्ती ने आरोप लगाया, "दविंदर कुमार (आरपीओ) और सीआईडी ने न्यायपालिका को गुमराह किया है. उसे "सशर्त पासपोर्ट" के रूप में दस्तावेज जारी किया गया. इल्तिजा ने कहा कि वह एक "भारतीय नागरिक और कानून का पालन करने वाली नागरिक हैं और उन्होंने कोई कानून नहीं तोड़ा है. लेकिन, दो साल का पासपोर्ट जारी करने के लिए भी मेरे खिलाफ आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम लागू किया गया है. यह अधिनियम आमतौर पर जासूसी के लिए लागू किया जाता है.
क्या मैं भगोड़ा हूं, क्या मैं नीरव मोदी हूं?
इल्तिजा ने कहा, “क्या मैं भगोड़ा हूं? क्या मैं नीरव मोदी हूं, क्या मैं आतंकवादी हूं, देशद्रोही हूं. मुझे कैसी सजा मिल रही है? अगर मैं केंद्र सरकार की बात करूं तो क्या यह देश के खिलाफ बात करने जैसा है? मेरी गलती क्या है?" पीडीपी प्रमुख की बेटी ने आरोप लगाया कि उनके साथ एक शातिर अपराधी की तरह व्यवहार किया जा रहा है और जैसे मैंने बैंकों से हजारों करोड़ रुपये का लोन लिया है और डिफॉल्टर बन गई हूं.
इल्तिजा ने कहा कि उन पर अपनी याचिका वापस लेने के दबाव है लेकिन इसके बावजूद वो कोर्ट में अपना केस लड़ती रहेंगी.
अधिकार से वंचित किया जा रहा
उन्होंने पूछा, भारत के डिप्टी सॉलिसिटर जनरल ताहिर माजिद शम्सी ने कोर्ट से मेरी याचिका को खारिज करने के लिए कहा है क्योंकि मुझे पासपोर्ट जारी किया गया है. लेकिन, यह कौन सा पासपोर्ट है? उन्होंने आगे कहा कि CID ने कोर्ट को बताया कि वह उसका पासपोर्ट नहीं रोक रही है और मेरे किसी भी मौलिक अधिकार का उल्लंघन नहीं कर रही है. इल्तिजा ने कहा, "विदेश यात्रा का अधिकार एक मौलिक अधिकार है और मुझे उस अधिकार से वंचित किया जा रहा है."
इल्तिजा मुफ़्ती के आरोप निराधार- पासपोर्ट अफसर
वहीं, श्रीनगर के रीजनल पासपोर्ट अफसर दविंदर कुमार ने इल्तिजा मुफ़्ती के आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि पासपोर्ट इल्तिजा मुफ़्ती को मास्टर्स डिग्री पूरी करने के लिए पुलिस और CID की रिपोर्ट के आधार पर कानून के मुताबिक दिया गया है. इल्तिजा के सभी आरोप गलत हैं.
सीआईडी कर रहा केंद्र के इशारे पर काम
इल्तिजा ने सीआईडी पर केंद्र सरकार के आदेश पर कश्मीर में बहुत खराब भूमिका निभाने और पासपोर्ट जारी करने जैसी बुनियादी चीजों को आपराधिक बनाने का आरोप लगाया. इल्तिजा ने कहा कि धारा 370 के निरस्त होने के बाद कश्मीर "ऑटो-पायलट मोड, साइलेंट मोड" पर है. 2019 में लोगों को आवाज उठाने की आजादी नहीं है और अगर वे कुछ कहते हैं तो उन्हें जेल हो जाती है."
आपको मुझे बताना होगा...
इल्तिजा ने पूछा कि कानूनी रूप से, आपको मुझे बताना होगा, आप मेरे प्रति जवाबदेह हैं कि मुझे सशर्त पासपोर्ट क्यों जारी किया गया. क्या मैं किसी हवाला घोटाले या मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल हूं? अगर आप अपनी रिपोर्ट के बारे में इतने आश्वस्त हैं तो आपको आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम को लागू करने की आवश्यकता क्यों पड़ी?
मेरे परिवार को लेकर बाहर माहौल बना रही...
इल्तिजा ने आरोप लगाया कि सरकार उनके परिवार के जरिए बाहर एक उदाहरण बना रही है ताकि "लोगों को आवाज उठाने से रोका जा सके." इल्तिजा ने आरोप लगाया कि सरकार कोर्ट में झूठ बोल रही है, नाजी जर्मनी की तरह लोगों को परेशान कर रही है. यहां सीआईडी का काम केवल कश्मीरियों को परेशान करना और उन्हें प्रताड़ित करना है.'
इल्तिजा ने आगे कहा कि "मैं अपनी याचिका वापस नहीं लूंगी क्योंकि यह केवल मेरी लड़ाई नहीं है बल्कि उन सभी लोगों की भी लड़ाई है जो इस तरह के अधिकारों से वंचित हैं. हम पर इस याचिका को वापस लेने का जबरदस्त दबाव है और मुझे माननीय न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है जो मेरे लिए सामान्य पासपोर्ट जारी करने का आदेश देगी."