Ideas of India 2025 लाइव: एबीपी के मंच पर जुटे खेल जगत के दिग्गज, जानें क्या कहा
Ideas of India Summit 2025 Live: आइडियाज ऑफ इंडिया समिट के चौथे संस्करण का आज (22 फरवरी) दूसरा दिन है. आज 17 सेशन होने हैं. इसमें राजनीति, उद्योग और कला जगत के कई बड़े चेहरे स्पीकर होंगे.
बैकग्राउंड
Ideas of India Summit 2025 Live: एबीपी नेटवर्क की मेजबानी में आइडियाज ऑफ इंडिया समिट का चौथा संस्करण चल रहा है. आज (22 फरवरी) दूसरा दिन है. पहले दिन 16...More
पांच बार के विश्व शतरंज चैंपियन विश्वनाथन आनंद बताते हैं कि जब वह 9 वर्ष के थे, तब उनका परिवार फिलीपींस चला गया.
कृति खरबंदा ने कहा, "कोई इंडस्ट्री गंदा नहीं होता. उसमें रहने वाले लोग अच्छे या गंदे होते हैं. इंटरनेट पर तो रेगुलेशन ला सकते हैं, लेकिन ऑफ द कैमरा किसी चीज को कैसे रोकेंगे. लोगों की सोच बदलने को लेकर क्या करेंगे."
इंडियाज गॉट लेटेंट के शो को लेकर साइरस ने कहा, "ऐसे कॉमेडी का मार्केट तो है. इंडिया में परंपरा और संस्कृति शब्द ज्यादा चल गया है. ये रोस्ट शो है. अगर आपका मनपसंद शो नहीं है तो मत देखिए."
एबीपी आइडियाज ऑफ इंडिया में साइरस ब्रोचा ने कहा, "रणवीर अल्लाहबादिया समय रैना क्रिमिनल नहीं हैं. यह समय रैना-अल्लाहबादिया का समय और हम लव लाइन में अटके हुए हैं."
अमिर खान खान ने कहा, "मेरा सपना है कि मैं महाभारत बनाऊं. बच्चों पर आधारित फिल्में बनाना चाहता हूं."
मोबाइल से दूरी को लेकर उन्होंने कहा, "मैं बहुत कम मोबाइल यूज करता हूं. तीन सालों तक फोन नहीं रखा, क्योंकि तीन साल में मेरी फिल्म आती है. इस दौरान मैं किताबें पढ़ता हूं. पिछले तीन साल से मैं अपने घरवालों के साथ ज्यादा समय बीता रहा हूं."
बॉलीवुड एक्टर अमिर खान ने कहा, "लाल सिंह चड्डा नहीं चली तो बहुत दुख हुआ. ये फिल्म एक्टर के परफॉर्मेंस पर निर्भर थी. जब आप नाकामयाब होते हैं तो सबसे ज्यादा उसी से सीखते हैं. मेरी फिल्म नहीं चलती है तो मैं डिप्रेशन में चला जाता हूं और दो-तीन हफ्ते रोता हूं."
आमिर खान ने कहा कि हम अपनी जनता के लिए फिल्में बनाते हैं. फिर वो चाहे किसी भी भाषा की क्यों न हो. हम दुनिया की जनता के लिए फिल्में नहीं बनाते. ऐसा शायद ही कोई करता हो कि वर्ल्ड ऑडियंस के लिए फिल्में बनाता हो. जनता का टेस्ट अलग-अलग है. फिल्म मेकिंग में ऐसा नहीं होता है. तो किसी एक फिल्म को चूज करना बेहद मुश्किल होता है.
अभिनेत्री निकिता दत्ता ने कहा, "उम्र बढ़ने के साथ मांसपेशियां कमज़ोर हो जाती हैं, इसलिए, महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों को भी उम्र बढ़ने के साथ ज़्यादा वज़न उठाने की जरूरत होती है.
अभिनेत्री निकिता दत्ता और फिटनेस कोच कृष्णा श्रॉफ ने लेखक और एंकर चेतन भगत के साथ डाइट को लेकर बात की.
श्रीलेदर्स की निदेशक रोचिता डे ने भारत के कंज्यूमर के व्यवहार पर बात की. उन्होंने कहा, "भारत में अलग-अलग लोगों के लिए ब्रांड महत्वपूर्ण है. अगर कोई ऐसा ब्रांड बना सकता है जिसमें लग्जरी प्राइस टैग के बिना प्रीमियम ब्रांडिंग हो, तो हम एक बड़े ब्रांड की तुलना में बहुत अधिक उपभोक्ताओं तक पहुंच सकते हैं."
स्ट्राइड वेंचर्स और स्ट्राइडवन के संस्थापक ईशप्रीत सिंह गांधी ने यूनिकॉर्न का दर्जा हासिल करने के पीछे की कड़ी मेहनत और चुनौतियों पर बात की.
आरएसएस के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार ने कहा, "संघ के कार्यक्रम में जो लोग आते हैं वो इसलिए नहीं आते हैं कि पावरफुल लोगों से नजदीकियां बढ़ाने चाहते हैं, वो हमारे संघ के परिश्रम के कारण आते हैं. दोनों की अपनी-अपनी साधना है. उस क्षेत्र में जिन लोगों ने काम किया है, वो मोदी जी की कैबिनेट में चले गए. जो संघ में काम कर रहे हैं उनके परिणाम से संघ आगे बढ़ रहा है."
अरुण कुमार ने कहा, "नरेंद्र मोदी का प्रधानमंत्री बनना ये जनसंघ और बीजेपी की 1951 से 2014 तक की साधना का परिणाम है. 63 साल की उनकी यात्रा है. उनकी पार्टी की साधना का ये परिणाम है. पीएम मोदी ने अपने कैबिनेट में जनता की ओर से चुने लोगों को लिया है किसी आरएएसएस के लोगों को नहीं लिया है."
आरएसएस के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार ने कहा, "संघ का काम एक-एक व्यक्ति को जोड़ने का है. बीजेपी की सरकार आने से आरएसएस के काम में अंतर पड़ेगा तो ऐसा नहीं है. हमलोग प्रचार से दूर रहते हैं. हम नाम को आगे नहीं बढ़ाते हैं. जो सही बात होती है उसे हम राजनीति तक पहुंचाते भी हैं."
आरएसएस के 100 साल होने वाले हैं. इस बीच आरएसएस के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार ने एबीपी न्यूज के मंच पर कहा, "संघ को संघ की आंखों से देखिए. संघ का परसेप्शन पहले लोगों के पास पहुंचता है, लेकिन संघ बाद में पहुंचता है. भारत एक राष्ट्र है, प्रचीन राष्ट्र है, सनातन राष्ट्र है हिंदू राष्ट्र है."
आरएसएस के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार ने कहा, "भारत विविधताओं से भरा देश है. राष्ट्र का उत्थान करना है तो समाज का उत्थान करना होगा. समाज का उत्थान करना है तो राष्ट्र का उत्थान करना होगा. ऐसा समाज नारों और आंदोलन से नहीं होगा. एक-एक व्यक्ति को बदलना होगा. संघ ने कहा कि जैसा समाज बनाना है वैसे व्यक्ति बनाइये."
आरएसएस के 100 साल होने वाले हैं. इस बीच आरएसएस के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार ने एबीपी न्यूज के मंच पर कहा, संघ को संघ की आंखों से देखिए. संघ का परसेप्शन पहले लोगों के पास पहुंचता है, लेकिन संघ बाद में पहुंचता है. भारत एक राष्ट्र है, प्रचीन राष्ट्र है, सनातन राष्ट्र है हिंदू राष्ट्र है."
संगीत निर्माता महेश राघवन ने बताया कि कैसे वह एक ऐप पर विशेष तकनीक के साथ भारतीय संगीत को मिलाने वाले दुनिया के पहले व्यक्ति बन गए.
आइडियाज ऑफ इंडिया समिट 2025 में आज का सातवां सेशन शुरू हो चुका है. 'हीलिंग पॉवर ऑफ म्यूजिक-टचिंद दी डिवाइन विदइन' सेशन में म्यूजिक प्रोड्यूसर महेश राघवन, क्लासिक वोकेलिस्ट निराली कार्तिक और सितारवादक मेहताब नियाजी बतौर स्पीकर मौजूद हैं. इस सेशन का संचालन वीर सांघवी कर रहे हैं.
चेतन भगत के इस सवाल पर ऑरी बोले, मैंने सोचा था लेकिन सेफ्टी रिस्क के चलते नहीं गया. मेरी हाइट बस 5 फुट 4 इंच है. लोग मेरे साथ फोटो क्लिक कराने के लिए मुझे उठाकर ले जाते हैं. एक इवेंट में एक आदमी मुझे कंधे पर तोककर ले गया. मैं लड़का हूं इसका मतलब यह नहीं कि आप मेरे साथ कुछ भी करें या मुझे टच कर निकल जाएं.
ऑरी ने बताया, 'हम लोग पार्टियों में एआई या दूसरे टॉपिक पर चर्चा नहीं करते. म्यूजिक बहुत ज्यादा लाउड होता है तो बातें तो ज्यादा हो नहीं पाती. हम लोग बस एक-दूसरे के साथ फोटो क्लिक करते रहते हैं. हम लोग एक दूसरे की एनर्जी को एब्जॉर्ब करते हैं. हम लोग एक दूसरे की टीशर्ट, घड़ी देखते हैं, इन्हीं चीजों पर बात होती है. सभी लोग एक-दूसरे को इंप्रेस करने के लिए कुछ भी करते रहते हैं.'
आइडियाज ऑफ इंडिया 2025 में आज का छठा सेशन शुरू हो चुका है. 'बिंग अ लीवर- चेंजिंग दी मीडिया गेम' सेशन में सोशल मीडिया स्टार 'ऑरी' मेहमान हैं. सेशन का संचालन चेतन भगत कर रहे हैं.
पीयूष गोयल ने कहा, 'मुझे लगता है कि किसी को भी दूसरे देश में अवैध तरीके से नहीं रहना चाहिए. हम खुद भी भारत में अवैध घुसपैठ बर्दाश्त नहीं कर सकते. भारत दोहरी मानसिकता नहीं अपना सकता. ये जो एजेंट हैं, जो भारतीय लोगों को अवैध तरीके से अमेरिका या अन्य देशों में भेजते हैं, उनकी शिकायतें की जानी चाहिए ताकि उन पर कार्रवाई की जा सके.'
पीयूष गोयल ने कहा, 'भारतीय उद्योगों पर इसका कोई असर नहीं है. भारत और अमेरिका कई मामलों में एक-दूसरे पर निर्भर है. कुछ चीजें जो भारत में बनती हैं, वैसी अमेरिका बना नहीं सकता और कुछ चीजें अमेरिका में बनती हैं, उनकी भारत को जरूरत होती है. दोनों देशों के बीच अच्छे व्यापारिक संबंध हैं और आगे भी बने रहेंगे.'
कांग्रेस के 'आइडिया ऑफ इंडिया' और 'आइडिया ऑफ पॉलिटिक्स' में आप क्या बदलना चाहेंगे? इस सवाल के जवाब में सचिन पायलट ने कहा, 'हम पिछले 11 साल से हम विपक्ष में हैं. हमें अब अपना वोट शेयर बढ़ाने की जरूरत है और बढ़ाना ही होगा. हमें मेहनत करनी पड़ेगी. हम इंतजार नहीं कर सकते कि जनता थक कर हमारे पास आ जाए. हमें उनके पास जाना होगा. हम इस पर काम भी कर रहे हैं. साल 2025 को हमनें संगठन के लिए रखा है. हमने रोड मैप तैयार किया हुआ है. आज हम विपक्ष में है, कल सरकार में होंगे. यह हमेशा हर जगह पर होता आया है.'
सचिन पायलट से जब यह पूछा गया कि भाजपा की हिंदुत्व की राजनीति के कारण अब विपक्षी दल भी मुस्लिमों को कम टिकट क्यों देने लगें? इस पर सचिन पायलट ने कहा, 'कांग्रेस पार्टी जीतने वाले उम्मीदवार को टिकट देती है. पार्टी यह नहीं देखती कि उम्मीदवार हिंदू है, मुस्लिम है, महिला है या पुरुष है. यह चीजें बीजेपी देखती है. बीजेपी ने यह तय किया हुआ है कि एक वर्ग के लोगों को टिकट नहीं देना है.'
सचिन पायलट से जब पूछा गया कि कांग्रेस को अदालत में, चुनाव आयोग में, हर संस्था में दिक्कत क्यों है? इस पर सचिन पायलट ने कहा कि आप क्या यह चाहते हैं कि हम कंबल ओढ़कर सो जाएं. मतलब हम उन्हें अपनी मनमानी करने दें? आप नोटबंदी करो, आप सरकारें तोड़ों, आप सांसदों को निलंबित कर दो, आप निर्वाचन की प्रक्रिया बदल दो और हम सवाल भी नहीं पूछें? ये सही नहीं है. यह कहना कि विपक्ष हर चीज में टोकाटोकी करता है, यह कहना गलत है. अगर कुछ गलत हो रहा है तो हमारा काम है कि हम सवाल पूछें.'
आइडियाज ऑफ इंडिया समिट 2025 का चौथा सेशन शुरू हो चुका है. 'ए प्लेस इन दी सन- दी नेक्स्ट जनरेशन पॉलिटिशियन' सेशन में कांग्रेस नेता सचिन पायलट स्पीकर हैं. इस सेशन का संचालन एबीपी जर्नलिस्ट संदीप चौधरी कर रहे हैं.
खान सर ने युवाओं से जुड़े एक सवाल पर मजेदार अंदाज में कहा, आज का युवा जाग चुका है, उठेगा, ब्रश करेगा, डेढ़ जीबी डेटा खर्च करेगा और सो जाएगा. शाम को 5 बजे तक तो उसके पास मैसेज आ जाता है कि आप 90% डेटा यूज कर चुके हैं. युवाओं को मूवी देखना है तो देख लें लेकिन शॉर्ट वीडियो को देखना बंद करें. ये लोग शॉर्ट वीडियो देखते-देखते घंटों खराब कर देते हैं.
खान सर ने कहा, हमारे बिहार में जब किसी की सरकारी नौकरी लग जाती है तो उसका 'पकड़वा ब्याह' करा दिया जाता है. जैसे ही उसकी नौकरी लगती है तो आसपास के रिश्तेदारों में तो बात पहुंच ही जाती है तो ऐसे में उसकी जबरन शादी करा दी जाती है.
चेतन भगत ने जब खान सर से पूछा कि क्या आप कभी राजनीति में जाओगे? इस पर खान सर ने कहा कि अकेला इंसान 140 करोड़ लोगों को नहीं बदल सकता. हमें लोगों को जागरूक करने की जरूरत है. हमें अच्छे राजनेता खोजने की जरूरत नहीं है, हमने अगर लोगों को जागरुक कर दिया तो वह खुद नेताओं से काम करवा लेंगे.
आइडियाज ऑफ इंडिया समिट 2025 में आज का तीसरा सेशन शुरू हो गया है. 'दी ट्यूंटीफर्स्ट सेंचुरी इंडियन-लर्निंग टू सर्वाइव' सेशन में पटना के फैमस शिक्षक 'खान सर' बतौर स्पीकर मौजूद हैं.
रेमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित डॉ बेजवाड़ा विल्सन ने आए दिन मैला ढोने वालों की मौत पर कहा, 'आजादी के बाद हमने एक शहर का भी सीवेज सिस्टम अच्छे से नहीं किया. रोज मैला ढोने वाले मरते हैं. हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि ऐसी मौतें न हो. यह किसी सरकार का या किसी इंसान की गलती नहीं, हम सब को मिलकर इसे रोकना होगा.'
पानी फाउंडेशन के सीईओ सत्यजीत भटकल ने बताया कि महाराष्ट्र के गांवों में पानी की समस्या बेहद विकराल है. हमने वहां काम करने का सोचा. हम लोगों को ज्ञान और मोटिवेशन देते हैं. 2016 से लेकर 2019 के बीच महाराष्ट्र के गांवों में लाखों लोग हमारे अभियान से जुड़े और एक बड़ा जनआंदोलन बना. इन लोगों ने श्रमदान करके बड़ी मात्रा में पानी लेकर आए. उन्होंने कहा कि कुछ बदलाव करना है तो लोगों को साथ लाना जरूरी है.
आइडियाज ऑफ इंडिया समिट 2025 में आज के दूसरे सेशन की शुरुआत हो चुकी है. 'दी ह्युमेनिटेरियन टच- क्रिएटिंग अ काइंडर यूनिवर्स' सेशन में पर्यावरणविद रामवीर तंवर, पानी फाउंडेशन के सीईओ सत्यजीत भटकल और रेमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित डॉ बेजवादा विल्सन बतौर स्पीकर मौजूद हैं. इस सत्र का संचालन एबीपी जर्नलिस्ट प्रतिमा मिश्रा कर रही हैं. इस सत्र में पर्यावरण को लेकर बातचीत होगी.
गौर गोपाल दास ने सुसाइड रोकने के सवाल पर कहा कि ये ऐसे लोग होते हैं, जिनके लिए जीना जो है, वो मरने से ज्यादा मुश्किल नजर आता है. मैं यह कहना चाहूंगा कि लोगों को अकेला महसूस होने मत दो. हम अगर सभी लोगों के साथ अच्छे से पेश आते रहे, किसी को अकेला न छोड़े तो इसे रोका जा सकता है.
गौर गोपाल दास ने मानसिक और शारीरिक स्वस्थता के लिए 4N का फॉर्मूला दिया. उन्होंने कहा कि नेग्लेक्ट (नजरअंदाज), नेगोशिएट (समझौते), नॉन जजमेंटल (किसी के बारे में राय न बनाएं) और नोट (यानी सीख) स्वस्थ शरीर और दिमाग के लिए जरूरी है.
गौर गोपाल दास सफलता के मायने पर बात करते हुए कहते हैं कि आज के जमाने में हम ज्यादा से ज्यादा चीजें हासिल करने को ही सफलता मानते हैं लेकिन सब कुछ होता है फिर भी अगर सो नहीं पाते, दिमाग शांत नहीं हो पाता तो हम इसे सफलता नहीं कहेंगे. उन्होंने कहा, 'कामयाबी में सुकून और सुकून में कामयाबी का संतुलन ही सफलता है.'
मोटिवेशनल स्पीकर गौर गोपाल दास 'मास्टरिंग दी माइंड-लिविंग अवर बेस्ट लाइव्स' सेशन में खुद पर नियंत्रण रखने के टिप्स दे रहे हैं. उन्होंने बताया कि आज के वक्त में दिमाग को शांत रखना बेहद जरूरी है. दिमाग को आराम दिए जाने की जरूरत होती है. इसी से ही दिमाग स्वस्थ रहेगा.
आइडियाज ऑफ इंडिया समिट 2025 के दूसरे दिन यानी आज कुल 17 सेशन होंगे. 'मास्टरिंग दी माइंड-लिविंग अवर बेस्ट लाइव्स' सेशन से दिन की शुरुआत होगी. इसमें मोटिवेशनल स्पीकर गौर गोपाल दास मेहमान होंगे.
- हिंदी न्यूज़
- न्यूज़
- इंडिया
- Ideas of India 2025 लाइव: एबीपी के मंच पर जुटे खेल जगत के दिग्गज, जानें क्या कहा