नई दिल्ली: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह को इस बात का अफ़सोस है कि उन्होंने नवजोत सिंह सिद्धू को मनाने के लिए उनकी हर बात मानी लेकिन वो कभी उनकी बात को नहीं समझे. दिल्ली में एक सीनियर कांग्रेस नेता से कैप्टन अमरिदर सिंह ने नवजोत सिंह सिद्धू के बारे में कहा, ''सिर्फ़ मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़कर मैंने सिद्धू को वो सब कुछ दिया जो उन्होंने मुझसे मांगा.''

पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा, ''एक दिन सिद्धू मेरे पास आए और कहा कि मेरी जान को ख़तरा है, मेरे लिए भी कोई अच्छी कार मंगवाइए तो मैंने उसी वक़्त मुख्यमंत्री क़ाफिले में चलने वाली लैंड क्रूजर (land Cruiser) कार उनको दे दी.'' कैप्टन ने बताया कि उसी वक़्त उन्होंने डीजीपी को कहा कि जितनी फ़ोर्स उनकी सिक्योरिटी में है उतनी ही सिक्योरिटी सिद्धू को भी दे दी जाए. उसके बाद लोकसभा चुनाव से पहले फिर सिद्धू ने कैप्टन से कहा कि मैं देश में कही भी जाऊं तो मुझे पंजाब पुलिस की सिक्योरिटी चाहिए. कैप्टन ने बताया कि मुख्यमंत्री रहते मैंने इसका प्रबंध भी तुरंत किया. हालांकि इसमें पंजाब सरकार के करोड़ों रूपए ख़र्च हुए लेकिन मैंने उनकी कोई बात नहीं टाली.

लोकसभा चुनाव में नवजोत सिंह सिद्धू ने पूरे देश मे प्रचार किया, जहां वो जाते थे उससे पहले पंजाब पुलिस उनकी सुरक्षा के लिए वहां पहुंचती थी. बता दें कि हाल ही में नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब कैबिनेट से अपना इस्तीफ़ा दिया है. सिद्धू का विरोध अपनी ही सरकार को लेकर है. उनका कहना है कि पंजाब में सरकार बनने से पहले हमने जनता से वायदा किया था कि पंजाब को नशा मुक्त कर देंगे. लेकिन कैप्टन अमरिदर सिंह इस पर उचित कार्रवाई नहीं कर रहे हैं.

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