- शिशु लोन- 50,000 रुपये तक
- किशोर लोन- 50,000 से 5 लाख रुपये तक
- तरुण लोन- 5 लाख से 10 लाख रुपये तक
शिशु मुद्रा लोन पर 2% ब्याज की छूट, आखिर क्या है इस योजना का मकसद? कैसे उठाएं फायदा?
एबीपी न्यूज़ | 15 May 2020 10:32 AM (IST)
शिशु मुद्रा लोन योजना के तहत कोई भी व्यक्ति व्यापार के लिए 50 हजार रुपये तक का लोन ले सकता है. इसके लिए उसे कोई गारंटी नहीं देनी पड़ती है.
कोरोना संकट के बीच छोटे कारोबारियों को प्रोत्साहन देने के मकसद से केंद्र सरकार ने शिशु मुद्रा लोन पर दो फीसदी छूट देने का ऐलान किया है. अगर आप अपना व्यापार शुरू करने या व्यापार बढ़ाने की सोच रहे हैं तो सरकार की इस योजना का फायदा उठा सकते हैं. शिशु मुद्रा लोन योजना के तहत 50 हजार रुपये तक का कर्ज ले सकते हैं. तीन करोड़ लोग 12 महीने तक ब्याज दर में दो फीसदी की छूट का फायदा उठा सकते हैं. 1500 करोड़ रुपये का ब्याज सरकार भरेगी. क्या है मुद्रा लोन योजना का मकसद? केंद्र सरकार ने 8 अप्रैल 2015 को मुद्रा लोन योजना की शुरुआत की थी. इस योजना का मकसद व्यापारियों को आसानी से लोन की सुविधा उपलब्ध कराना है. आमतौर पर एक व्यापारी को बैंक से लोन लेने के लिए काफी औपचारिकताएं पूरी करनी पड़ती है. गांरटी भी देनी पड़ती है. इस वजह से व्यापारी चाहकर भी बैंक से लोन लेने में कतराते थे, लेकिन सरकार की मुद्रा योजना (PMMY) के तहत आसानी से बिना गारंटी के लोन ले सकते हैं. मुद्रा योजना में तीन तरह के लोन दिए जाते हैं. इसके तहत 50 हजार रुपये से लेकर 10 लाख तक का लोन मिल सकता है-