देश में कोरोना के कुल मामले 99 लाख के पार हो चुके हैं जबकि अब तक इस महामारी से यहां पर 22 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. ऐसे में अगले कुछ हफ्तों के दौरान ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) की तरफ से तीन कोविड-19 वैक्सीन के आपात इस्तेमाल की मंजूरी दी जा सकती है. इसको लेकर जोर-शोर से तैयारी की जा रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि कोरोना वायरस के टीके के भंडारण के लिए 29,000 ‘कोल्ड चेन’, 41,000 ‘डीप फ्रीजर’ और 300 ‘सोलर रेफ्रीजरेटर’ सहित अन्य उपकरणों का इस्तेमाल किया जाएगा.


केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में ‘कोल्ड-चेन’ प्रबंधन के बारे में विवरण पेश किया. उन्होंने कहा कि बिजली और बिना बिजली वाले ‘कोल्ड चेन’ उपकरणों के आकलन आदि के संबंध में केंद्र द्वारा राज्यों को दिशानिर्देश जारी किए गए हैं.


भूषण ने कहा, "कुल 29,000 ‘कोल्ड चेन’, 240 ‘वॉक-इन कूलर’, 70 ‘वॉक-इन फ्रीजर’, 45,000 ‘रेफ्रिजरेटर’, 41,000 ‘डीप फ्रीजर’ और 300 ‘सोलर रेफ्रिजरेटर’ इस्तेमाल किए जाएंगे." उन्होंने बताया कि ये सभी उपकरण पहले ही राज्यों को वितरित किए जा चुके हैं. इसके साथ ही कुछ अन्य उपकरण भी राज्यों को दिए जा रहे हैं.


उन्होंने तैयारियों के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने राज्य संचालन समितियों और राज्य कार्य बल की बैठकें की हैं वहीं 633 जिलों ने इस संबंध में जिला कार्य बल की बैठकें की हैं.


उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्यों में 23 मंत्रालयों और विभागों की पहचान की गई है और उन्हें टीकाकरण कार्यक्रम के लिए नियोजन, कार्यान्वयन, जागरूकता सहित विभिन्न भूमिकाएं सौंपी गई हैं.


ये भी पढ़ें: इन देशों में लगी कोरोना वैक्सीन की पहली डोज, ये हैं निर्माण करने वाली कंपनियां