CBI Investigation HP Scholarship Scam: हिमाचल में 250 करोड़ रुपये के बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाला मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) ने जांच पूरी कर ली है. केंद्रीय एजेंसी की ओर से जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई है. इसमें बताया गया है कि इस भ्रष्टाचार के सिलसिले में 20 संस्थानों और उनके मालिकों, हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग और बैंक के अधिकारियों सहित 105 व्यक्तियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया गया‌ है. 19 लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है.


केंद्रीय एजेंसी की ओर से कोर्ट में अब चार्जशीट दाख़िल कर दिए जाने के बाद मामले का ट्रायल शुरू होगा और केंद्रीय एजेंसी का पक्ष सुनकर फ़ैसला सुनाया जाएगा.


2019 में सरकार की अनुशंसा पर शुरू हुई थी जांच


सीबीआई की ओर से बताया गया है कि 2019 में सरकार की अनुशंसा पर सीबीआई ने जांच शुरू की थी. हिमाचल प्रदेश सरकार ने सूबे में निजी शैक्षणिक संस्थानों के खिलाफ छात्रवृत्ति में फर्जीवाड़े की शिकायत की थी. वर्ष 2013 से 2017 के दौरान करीब 181 करोड़ का हेरफेर हुआ था जो जांच में बाद में और बड़ी राशि के तौर पर तब्दील हुआ. खास तौर पर एससी एसटी छात्रों की छात्रवृत्ति में धांधली हुई थी.


ईडी भी कर रही है जांच


सीबीआई की प्राथमिकी के बाद ईडी भी इस मामले में जांच कर रही है. वर्ष 2023 में सितंबर महीने के पहले हफ्ते में ईडी ने मंडी जिले के बल्ह में एक निजी संस्थान पर रेड मारी थी. छापों के दौरान बैंक खातों में 2.55 करोड़ रुपये की अघोषित नकदी जब्त की गई है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है.


एएसएएमएस एजुकेशन ग्रुप के पार्टनर राजदीप जोसन और कृष्ण कुमार, केसी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट पंडोगा के उपाध्यक्ष हितेश गांधी और हिमाचल उच्च शिक्षा निदेशालय की छात्रवृत्ति शाखा के तत्कालीन अधिकारी अरविंद राजटा की गिरफ्तारी हुई है. सभी आरोपियों को मनी लॉन्ड्रिंग केस में अरेस्ट किया गया है.


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