नई दिल्ली: हिमाचल प्रदेश के नए मुख्यमंत्री को लेकर सस्पेंस शुक्रवार को भी जारी रहा और बीजेपी का दो सदस्यीय केंद्रीय पर्यवेक्षक दल राज्य के वरिष्ठ नेताओं के साथ विचार विमर्श करने के बाद और नव निर्वाचित विधायकों के साथ औपचारिक बैठक किए बिना दिल्ली लौट गया.


शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण और नरेंद्र सिंह तोमर और हिमाचल प्रदेश बीजेपी मामलों के प्रभारी मंगल पांडे पीटरहॉफ में प्रदेश बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं से मिले. पार्टी सूत्रों ने कहा है कि केंद्रीय पर्यवेक्षक पार्टी आलाकमान को एक रिपोर्ट सौंपेंगी और नये मुख्यमंत्री को लेकर जल्द ही घोषणा की जाएगी.

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अपने दौरे में पर्यवेक्षक मीडिया कर्मियों से नहीं मिले और अगले मुख्यमंत्री के नाम को लेकर कोई संकेत दिए बिना निकल गए. पार्टी के वरिष्ठ नेता और कांगड़ा के सांसद शांता कुमार, मंडी के सांसद राम स्वरूप, शिमला के सांसद वरिंदर कश्यप और शिमला के चार बार के विधायक सुरेश भारद्वाज पर्यवेक्षकों से मिले और अपने विचार रखे.

पार्टी नेताओं ने कहा है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा और पांच बार के विधायक जयराम ठाकुर पद की दौड़ में सबसे आगे चल रहे हैं और पर्यवेक्षकों द्वारा सौंपी जाने वाली रिपोर्ट पर विचार करने के बाद नेता के नाम की घोषणा कर दी जाएगी.

हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रेम कुमार धूमल पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार थे लेकिन सुजानपुर सीट से उनके चुनाव हारने के बाद नेतृत्व का मुद्दा सामने आया.

बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, हारे हुए उम्मीदवार या सांसद को सीएम बनाए जाने की उम्मीद बेहद कम है. अगर ऐसा हुआ तो धूमल का पत्ता साफ हो जाएगा, जिसके बाद जयराम के नाम पर मुहर लग सकती है. बता दें कि -मंडी की सेराज से जयराम ठाकुर पांचवीं बार विधायक चुने गए हैं. जयराम बीजेपी सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. जबकि पूर्व मुख्यमंत्री धूमल सुजानपुर सीट से चुनाव हारे हैं.