Hemant Soren ED Interrogation: झारखंड में अवैध खनन पट्टे मामले में सीएम हेमंत सोरेन से ईडी की पूछताछ खत्म हो गई है. ये पूछताछ लगभग 8 घंटे तक चली, फिलहाल सोरेन प्रवर्तन निदेशालय के ऑफिस से बार निकल गए हैं. वहीं ईडी ऑफिस जाने से पहले सोरेन ने कहा था कि मामले में उनके खिलाफ लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं.
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोरेन को राज्य में कथित अवैध खनन से जुड़े धनशोधन के एक मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था. इससे पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया कि वह विपक्ष की साजिश का शिकार हुए हैं. उन्होंने कहा, ‘‘एजेंसी को मामले की विस्तृत जांच के बाद ही आरोप लगाना चाहिए.’’
आंकड़ों पर सीएम सोरेन जताई शंका
ईडी ने कहा है कि उसने राज्य में अब तक 1,000 करोड़ रुपये के अवैध खनन से संबंधित अपराध का ‘पता’ लगाया है. सोरेन ने कहा, ‘‘अगर हम खानों और खनिजों से सालाना राजस्व की गणना करें तो यह 1000 करोड़ रुपये तक नहीं पहुंचेगा. मैं ईडी कार्यालय जा रहा हूं और यह देखना चाहता हूं कि वे उस आंकड़े पर कैसे पहुंचे.’’
ईडी ऑफिस में सुरक्षा के थे कड़े इंतजाम
वहीं, किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए ईडी कार्यालय के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई थी. सोरेन के ईडी के सामने पेश होने से ठीक पहले गुरुवार सुबह साढ़े 10 बजे रांची के हिनू इलाके में स्थित एजेंसी के कार्यालय के आसपास लगभग दो किलोमीटर के क्षेत्र में कर्फ्यू लागू कर दिया गया था.
रांची के अनुमंडलीय मजिस्ट्रेट दीपक दुबे ने एक अधिसूचना जारी की कि अनेक संगठनों के धरना प्रदर्शन की सूचना के आलोक में ईडी के कार्यालय पास सुबह साढ़े दस बजे से दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत कर्फ्यू लागू कर दिया गया है. इसके साथ ही ईडी कार्यालय के आस-पास बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गयी थी.