Kedarnath Yatra: रुद्रप्रयाग (Rudraprayag) जिले में स्थित केदारनाथ मंदिर (Kedarnath Temple) में पिछले महीने 6 मई को कपाट खोल दिए गए थे. तभी से वहां पर हर दिन तीर्थयात्रियों का तांता लगा हुआ है. ऐसे में पिछले महीने की 31 मई को केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) हेलीपैड पर उतरते समय एक हेलीकॉप्टर की अनियंत्रित हार्ड लैंडिंग होने से यात्रियों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं. 

इस घटना पर बयान जारी करते हुए DGCA ने कहा कि हम इस मामले की जांच कर रहे हैं. हालांकि इस लैंडिंग में किसी भी यात्री के घायल होने की कोई सूचना नहीं है. DGCA ने कहा कि केदार घाटी में विमान परिचालन के लिए हमने एक गाइडलाइन जारी की हुई है जिसके अनुसार ही  विमान परिचालित किए जा सकते हैं. जो भी इन नियमों का उल्लंघन करेगा उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी. 

59 श्रद्धालुओं की हो चुकी है मौतआपको बता दें कि किवाड़ खुलने के बाद से ही बाबा के धाम में भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ा है. जानकारी के मुताबिक पिछले एक महीने में लगभग 4 लाख 82 हजार से ज्यादा तीर्थयात्री बाबा के धाम में मत्था टेक चुके हैं. लेकिन कपाट खुलने से लेकर अब तक वहां पर लगभग 59 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है. केदारनाथ यात्रा करने पहुंच रहे यात्रियों की मौत का सिलसिला लगातार जारी है.

पशुओं के साथ भी हो रही है क्रूरतागौरीकुंड से केदारनाथ धाम की दूरी पैदल मार्ग से 18 किमी है. इस मार्ग से केदारनाथ धाम पहुंचने के लिए सीधी चढ़ाई है. इसी पैदल मार्ग पर हर दिन साढ़े चार हजार घोड़े-खच्चरों का संचालन हो रहा है. इनमें से कई संचालन पैसा कमाने के लिए इन पशुओं के साथ क्रूरता कर रहे हैं. यही वजह है कि इस रास्ते पर हर दिन कई बेजुबान पशुओं की मौत हो रही है. वहीं जिला प्रशासन की ओर से गठित टास्क फोर्स की टीम ने अब तक ऐसे कई संचालकों के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की है.

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