Haryana DSP Surendra Singh: डीएसपी सुरेंद्र सिंह (Surendra Singh) की हत्या मामले में तावडू बीजेपी विधायक कुंवर संजय सिंह (Kanwar Sanjay Singh) की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. विधायक संजय सिंह ने कहा कि, "मैं डीएसपी साहब को सच्ची श्रद्धांजलि देता हूं और इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं." इसके साथ-साथ उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन हमारी सुरक्षा के लिए लगाई जाती है. अगर आम नागरिक उसका सम्मान नहीं करेंगे तो वह भी गलत बात है.


संजय सिंह ने आगे कहा कि जो हादसा हुआ है उसमें सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. सरकार व पुलिस प्रशासन ठोस कार्रवाई कर रहा है. किसी भी दोषी को किसी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा. विधायक ने कहा कि जो घटनाक्रम हुआ इसकी दोबारा पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए. जिला प्रशासन के अधिकारियों व कर्मचारियों की आमजन को मदद करनी चाहिए. अवैध माइनिंग को लेकर सरकार सख्त है. डीएसपी की हत्या के बाद इलाके में रोष है. इलाके के लोगों ने बड़ी तादाद में एकत्रित होकर मौन जुलूस के बाद एसडीएम सुरेंद्र पाल को ज्ञापन दिया है. उन्होंने कहा कि सीएम मनोहर लाल ने डीएसपी सुरेंद्र सिंह को शहीद का दर्जा दिया है. परिवार के एक सदस्य को नौकरी का ऐलान करने के साथ-साथ एक करोड़ रुपए की मदद की बात कही है. 


हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ- एसडीएम


एसडीएम तावडू सुरेंद्र पाल ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि ज्ञापन में लोगों ने सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा कि पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है. एक आरोपी को गिरफ्तार भी किया जा चुका है. एसडीएम ने कहा कि अवैध खनन को लेकर जब भी कोई शिकायत पुलिस व प्रशासन के पास आती है तो माइनिंग विभाग को साथ लेकर कार्रवाई की जाती है. उन्होंने कहा कि अवैध खनन को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर आला अधिकारियों के साथ बैठकर रणनीति बनाई जाएगी. उन्होंने
कहा कि उपायुक्त अजय कुमार ने अवैध खनन रोकने के लिए तावडू उपमंडल की ओर से एसआईटी बनाई थी. जिसमें एसडीएम सुरेंद्र पाल, डीएसपी सुरेंद्र सिंह तावडू, माइनिंग सहित संबंधित विभाग के अधिकारियों को शामिल किया गया था. उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले उन्होंने सीलखो गांव क्षेत्र का दौरा किया था.


खनन माफिया चोरी-छिपे अवैध खनन करता है


वहां लोगों को नोटिस दिए हैं. इलाके में तकरीबन 20 क्रेशर चलते हैं. एसडीएम ने माना कि यही आशंका जताई जा रही है कि अधिकतर क्रेशर पर चोरी का पत्थर लाया जाता था. उन्होंने कहा कि अवैध खनन के काम को अंजाम देने वाले डंपर - हाईवा आस-पास के गांव में खड़े रहते हैं और रात्रि के समय पत्थर चोरी की वारदात को अंजाम देते हैं. रात के समय इन पर सख्ती करना भी एक चुनौती से कम नहीं है. कई बार अवैध रास्तों को जेसीबी से खुदवाया जाता है लेकिन अवैध खनन माफिया उन रास्तों को छोड़कर नए-नए रास्ते बना लेता है. कुल मिलाकर खनन माफिया चोरी-छिपे अवैध खनन करता है. प्रशासन और पुलिस समय-समय पर सख्त कार्रवाई करती रहती है लेकिन उसके बावजूद भी खनन माफिया अवैध खनन को अंजाम दे रहा है. पुलिस ने कई बार मुकदमे भी दर्ज किए हैं, जुर्माना भी लगाया जाता है लेकिन इसका भी कोई असर नहीं होता.