चंडीगढ़: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा ने रविवार को पार्टी कार्यकर्ताओं से राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए तैयारी करने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि यह वक्त बीजेपी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए एकजुट होकर लड़ने का है. हुड्डा ने अक्टूबर में हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर दिल्ली में पार्टी की प्रदेश ईकाई के नेताओं की बैठक बुलाई. हरियाणा में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस को हाल में हुए लोकसभा चुनावों में करारी शिकस्त मिली थी.
पार्टी को ना केवल सभी 10 सीटों पर मुंह की खानी पड़ी बल्कि हुड्डा, कुमारी शैलजा और अशोक तंवर जैसे उसके दिग्गज नेताओं को भी हार का सामना करना पड़ा. दिल्ली में हुई बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संसदीय चुनावों से निराश ना होने और उन्हें आगामी राज्य विधानसभा चुनावों के लिए तैयार होने के लिए कहा है. बैठक में हरियाणा के कई कांग्रेस विधायक, पूर्व विधायक और पूर्व सांसद शामिल हुए. इनमें अधिकांश हुड्डा के वफादार थे.
बयान के अनुसार उन्होंने बैठक में कहा, ''निराश होने की कोई जरुरत नहीं है. पिछले साढ़े चार सालों में कांग्रेस अधिकारों के लिए लड़ रही है और दलितों, व्यापारियों, कर्मचारियों, युवाओं, महिलाओं और अन्य वर्गों के लिए आवाज उठा रही है. हम उनकी लड़ाई लड़ रहे हैं जो अब निर्णायक चरण में पहुंच गई है.'' उन्होंने कहा, ''कांग्रेस राज्य में अकेली असली विपक्ष है क्योंकि लोगों ने अन्य दलों को नकार दिया है. अब समय आ गया है कि इस सरकार को उखाड़ फेंके, जिसने केवल बड़े-बड़े वादे किए लेकिन उन्हें पूरा नहीं कर पाई.''
बहरहाल, हुड्डा ने कहा कि विधानसभा में स्थानीय मुद्दे छाए रहेंगे और उन्होंने दावा किया कि लोग एम एल खट्टर सरकार को उखाड़ फेकेंगे क्योंकि वह काम करने में विफल रही. बैठक में कुछ प्रस्ताव भी पारित किए गए जिनमें से एक में राहुल गांधी से इस मुश्किल समय में कांग्रेस का मार्गदर्शन करने और पार्टी अध्यक्ष पद से अपना इस्तीफा ना देने का अनुरोध किया गया.
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