Harsimrat Kaur News: शिरोमणि अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर बादल को उस समय असहज परिस्थितियों का सामना करना पड़ा जब रविवार (25 फरवरी) को एम्स के उद्घाटन के समय उन्होंने किसान आंदोलन का जिक्र किया. दर्शकों में मौजूद बीजेपी समर्थकों ने उनका विरोध करना शुरू कर दिया.


 विरोध जताने वालों का तर्क था कि आज लोगों को बढ़िया सेहत सुविधाएं देने के लिए एम्स जैसे प्रतिष्ठित संस्थान को शुरू किया जा रहा है. ऐसे मंच से राजनीति करना बिल्कुल भी ठीक नहीं है. बीजेपी समर्थकों ने हरसिमरत की टिप्पणी के विरोध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिंदाबाद के नारे भी लगाए.


हरसिमरत ने किसानों के पक्ष में कही थी बात
असल में मंच से हरसिमरत कौर बादल ने कहा था कि पंजाब के किसानों द्वारा अपनी मांगों को लेकर दिल्ली जाने का ऐलान किया गया है. मगर उनको वहां पर जाने से रोकने को लेकर पैदा हुए तनाव के बीच पांच किसानों की मौत हो चुकी है. इसमें एक 22 साल का युवा किसान भी है. केंद्र सरकार को इस तरफ ध्यान देकर मामले को हल करना चाहिए.
 हरसिमरत कौर बादल के इस बयान के बाद बीजेपी समर्थकों ने विरोध जताना शुरू किया तो हरसिमरत ने आनन-फानन में अपना भाषण खत्म कर दिया.


' प्रकाश सिंह बादल ने किया था एम्स के लिए प्रयास'


इससे पहले हरसिमरत कौर ने कहा कि 2014 में दिवंगत मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने बठिंडा में एम्स को बनवाने के लिए प्रयास किया था. इसके बाद 2016 में केंद्र सरकार द्वारा इसको मंजूरी देने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका शिलान्यास किया था. इसके पूरा होने से लोगों को बढ़िया सेहत सुविधाएं मिल रही है. इसके लिए वह केंद्र सरकार की आभारी हैं. उन्होंने अस्पताल के इंफ्रास्ट्रक्चर में कमियां भी गिनाई और कहा कि इन्हें दूर किया जाना चाहिए. उदाहरण देते हुए हरसिमरत कौर ने कहा कि यहां पर फिलहाल 100 बेड का आईसीयू है. लेकिन कई बार इमरजेंसी में मरीजों को बेड न मिलने के कारण रेफर कर दिया जाता है. ऐसे में यहां पर 300 बेड का ट्रॉमा सेंटर भी बनाया जाना चाहिए.


ये भी पढ़ें:Lok Sabha Elections 2024: एक सीट पर चंदू नाम के 11 उम्मीदवार लड़े थे चुनाव, पहले बीजेपी फिर कांग्रेस पहुंची चुनाव आयोग