अंबाला: हरियाणा के अंबाला की जेल में बंद बलात्कारी बाबा के एक कथित समर्थक ने खुदकुशी कर ली है. रवींद्र उर्फ सोनू नाम के इस युवक को राम रहीम की गिरफ्तारी के बाद हुई हिंसा के दौरान पंचकूला के पास गिरफ्तार किया गया था. परिवार वालों के मुताबिक मानसिक तौर पर बीमार रवींद्र राम रहीम का समर्थक नहीं था. वो ये भी मानने को तैयार नहीं हैं कि उसने खुदकुशी की होगी. जेल प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं.


अपने भक्तों को सोने के भाव से सब्जियां बेचा करता था गुरमीत राम रहीम

अंबाला जेल में बंद था सोनू

सहारनपुर के गांव माजरी कलां के रहने वाले सोनू को बलात्कारी बाबा राम रहीम की गिरफ्तारी के बाद मचे बवाल के दौरान गिरफ्तार किया गया था. वो तब से ही अंबाला जेल में बंद था, जहां उसने कथित तौर पर खुदकुशी कर ली.

खट्टर ने बलात्कारी बाबा को ‘राम रहीम जी’ कहा, हिंसा के दौरान कार्रवाई को संतोषजनक बताया



सोनू को थी मानसिक परेशानी- परिवार

सोनू के परिवार वालों के मुताबिक, उसे कुछ मानसिक परेशानी थी, जिसका रोहतक के अस्पताल में इलाज़ चल रहा था. परिवार के लोगों का कहना है कि सोनू गिरफ्तारी वाले दिन भी अपनी मां के साथ इलाज के लिए ही रोहतक जा रहा था, लेकिन गाड़ियां बन्द होने के कारण कुछ लोगों ने इन्हें अपनी बस में बैठा लिया. लेकिन पंचकूला के बाहर उसे पुलिस ने राम रहीम समर्थक समझकर गिरफ्तार कर लिया.

परिवार खुदकुशी मानने को तैयार नहीं

रवींद्र की मां को तो पुलिस ने सरसावां लाकर छोड़ दिया, लेकिन रवींद्र को अम्बाला जेल में डाल दिया गया. परिवार के लोगों के मुताबिक वो रवींद्र की जमानत की तैयारी में लगे थे, तभी उन्हें उसके खुदकुशी करने की खबर दी गई. हालांकि परिवार के लोग इसे खुदकुशी मानने को तैयार नहीं हैं और जांच की मांग कर रहे हैं.

रवींद्र के परिजनों का कहना है कि उसका बाबा राम रहीम से कोई लेना-देना नहीं था. उसे बेवजह ही गिरफ्तार किया गया था. रवींद्र की मौत का सच क्या है ये तो जांच के बाद ही पता चलेगा, लेकिन वजह कुछ भी हो उसके मां-बाप ने अपना जवान बेटा तो खो ही दिया है.