नई दिल्ली: गुजरात में छठी बार बीजेपी की सरकार तो बन गई है लेकिन इस बार सरकार बनते ही विवाद शुरू हो गया है. खबर है कि नई सरकार में अहम मंत्रालय छिन जाने से नितिन पटेल नाराज हो गए हैं और उन्होंने अभी तक अपना कार्यभार नहीं संभाला है.


नितिन पटेल की इसी नाराजगी पर पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने उन्हें ऑफर दिया है. हार्दिक ने कहा, "नितिन पटेल के साथ अन्याय हुआ है. सही स्थान ना मिलने से नितिन पटेल नाराज चल रहे हैं अगर वो कांग्रेस में आ जाएंगे तो उन्हें सम्मानित स्थान दिलाएंगे. मैं नितिन भाई से विनती करता हूं कि हमारे साथ आ जाओ और अहंकार के खिलाफ लड़ो.''


नितिन पटेल का मंत्रालय सौरभ पटेल को
पिछली सरकार में नितिन पटेल के पास वित्त, शहरी विकास, उद्योग और राजस्व मंत्रालय था लेकिन इस बार वित्त मंत्रालय सौरभ पटेल को दे दिया गया है. गुजरात में जब नरेंद्र मोदी की सरकार थी तब वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी सौरभ पटेल के पास ही थी. लेकिन आनंदी बेन की सरकार आने के बाद ये जिम्मा नितिन पटेल को मिला.


जब रुपाणी ने आनंदीबेन पटेल से गुजरात की कमान ली तब भी नितिन पटेल वित्त मंत्री रहे. लेकिन अब एक बार फिर वित्त मंत्रालय सौरभ पटेल के पास आ गया है. शहरी विकास मंत्रालय इस बार खुद मुख्यमंत्री ने अपने पास रखा है.

वहीं इस बार नितिन पटेल को सड़क एवं भवन, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, नर्मदा, कल्पसारा और स्वास्थ्य शिक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है.


कैबिनेट बैठक में देरी की वजह बनी नाराजगी
नितिन पटेल की नाराजगी नई सरकार की पहली कैबिनेट में देरी की भी वजह बनी. पहली बैठक चार घंटे देरी से शुरू हुई, बैठक शाम पांच बजे शुरू होनी थी जो बाद में 9 बजे शुरू हुई. बैठक में हिस्सा लेने के लिए सभी लोग पहुंच गए लेकिन सीएम और डिप्टी सीएम नहीं पहुंचे.


जानकारी के मुताबित नितिन पटेल को मनाने के लिए सीएम के घर पर बैठक हुई जिसमें नितिन पटेल, सीएम रूपाणी और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष जीतू वाघाणी मौजूद रहे.