नई दिल्ली: कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है. मार्च के मध्य में पहली मौत के बाद से, देश में कोविड के मरने वालों की संख्या सात हफ्तों में 6,929 हो गई, जिनमें से लगभग आधी मौतें (3,464) पिछले 15 दिनों में हुई हैं. पिछले 24 घंटों के अंदर देश में 9971 नए मामले सामने आए हैं, जो एक दिन में अबतक सबसे ज्यादा है.


संक्रमण से होने वाली मौतों का यह आंकड़ा 80 फीसदी से अधिक कोविड हॉटस्पॉट 26 जिलों का है. मुंबई, दिल्ली, अहमदाबाद, ठाणे, पुणे और चेन्नई एकमात्र ऐसे शहर थे, जहां पिछले दो हफ्तों में 100 से अधिक मौतें हुईं. यानि की इस दौरान वहां कुल 1,964 मौतें हुईं, यह उन शहरों में होने वाली कुल 4,055 मौत का लगभग आधा हिस्सा है.


भारत में मृत्यु दर की बात करें तो वो (प्रति 100 मामलों में मौतों की संख्या) अभी भी कम - 2.8 फीसदी ही है. वैश्विक स्तर पर सीएफआर 5.8 फीसदी है.अमेरिका में यह 5.7 फीसदी है, ब्राजील में यह 5.5 फीसदी और रूस में लगभग 1.2 फीसदी है.


भारत में रिकवरी रेट 48.20%

बता दें कि देश में कोरोना वायरस मरीजों के ठीक (रिकवरी) होने की दर 48.20% है. आईसीएमआर ने संक्रमित व्यक्तियों में कोरोना वायरस का पता लगाने के लिए परीक्षण क्षमता को और बढ़ा दिया है. सरकारी प्रयोगशालाओं की संख्या बढ़कर 520 हो गयी है और निजी प्रयोगशालाओं की संख्या बढ़कर 222 (कुल 742) हो गयी है. अब तक जांचे गए नमूनों की कुल संख्या 45 लाख 24 हजार 317 है.

पिछले एक पखवाड़े में, कम से कम एक मौत की रिपोर्ट करने वाले जिले की संख्या 230 से बढ़कर लगभग 320 हो गई है.


ऑकड़ों के मुताबिक लगभग 90 जिलों में 22 मई तक कोई मौत नहीं हुई थी. कोरोना वायरस के कारण पहली मौत देखने वाले जिलों में से अधिकांश उत्तर प्रदेश (18) और बिहार (13) के हैं.


बता दें कि देश में लगभग 700 जिले हैं (कुल 736 में से) जिसमें कम से कम एक कोविड19 का मामला दर्ज है. 22 मई को यह संख्या 630 थी.


अधिकांश जिलों में 10 और एक नई मौतें हुईं, जिनमें से ज्यादातर उत्तर प्रदेश (40), मध्य प्रदेश (22) और गुजरात (21) में हुईं. लेकिन जहां नए जिले अपनी पहली मौत देख रहे हैं, वहीं बड़ी संख्या में मौत के मामले देखने वाले जिलों की संख्या में कोई बदलाव नहीं हो रहा है.


22 मई तक 200 जिलों में एक और 10 के बीच मौत हुई थी, यह संख्या अब 275 है.
20 जिलों में 11 से 50 के बीच मौतें हुईं. वह अब 29 हैं.
पांच जिलों में 50 से 100 के बीच मौतें हुईं. वह संख्या अब सात है.
छह जिलों में 100 से अधिक मौतें हुईं, जबकि 10 जिलों में कई लोगों की मौत हो चुकी है.


कोरोना के पांच फीसदी से भी कम मामलों में मरीज को क्रिटिकल केयर की जरुरत होती है. दोनों ज्यादा और कम मामले वाले राज्यों में, केवल 2.25 प्रतिशत को आईसीयू में एडमिट करना पड़ा और केवल 1.91 फीसदी को ऑक्सीजन पर रखा गया. पहले मामलों के सामने आने के बाद से यही स्थिति हुई है. केवल अमेरिका, मेक्सिको, ब्रिटेन और ब्राजील में पिछले कुछ दिनों में भारत की तुलना में रोजाना अधिक मौतें दर्ज की गई हैं.


 


भारत में कोरोना के ताजा आंकड़े....

आज के नये मामले-9971 ( अबतक सर्वाधिक)

नई मौतें-287

कुल मामले-246628

सक्रिय मामले-120406

कुल ठीक-119292

कुल मौतें-6929