ग्वालियर: ग्वालियर के सबसे सुरक्षित माने जाने जाने वाले और सिंधिया राज परिवार के प्रसिद्ध जयविलास पैलेस के रानी महल में चोरी की घटना हुई है. इसकी सूचना मिलने के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल शुरू की. एफएसएल टीम ने भी जांच की. अब पुलिस स्निफर डॉग के जरिये चोरों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है.


ग्वालियर में सिंधिया राज परिवार का शाही महल जयविलास पैलेस अत्यंत सुरक्षित इलाका माना जाता है. यह महल कई एकड़ जगह में फैला हुआ है. इसमें एक हिस्से में म्यूजियम है जबकि एक हिस्से में सिंधिया परिवार रहता है. महल इस समय पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के आधिपत्य में है. लेकिन दिवंगत राजमाता विजयाराजे सिंधिया से जुड़े निजी कक्षों की देखरेख उनकी बेटी और मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री यशोधरा राजे करती हैं. प्रवेश द्वार को रानी महल कहा जाता है. इसी महल के प्रवेश द्वार से ही सटे एक कक्ष में चोरी का पता चला है.


बताया गया है कि महल के प्रवेश द्वारा से सटे कक्ष में रियासत काल में सिंधिया की शाही कृष्णराव बलदेव बैंक का दफ्तर था. बाद में इस बैंक का स्टेट बैंक में विलय हो गया. लेकिन उससे जुड़े दस्तावेज आज भी यहां रखे हैं. इसे साफ सफाई के लिए खोला जाता है. आज भी जब सफाईकर्मी ने इसका ताला खोला तो दंग रह गया. अंदर अलमारी का ताला टूटा पड़ा था. फाइलें और अन्य दस्तावेज बिखरे पड़े थे. आनन-फानन में इसकी सूचना सिंधिया परिवार को दी गई. इसके बाद मंत्री यशोधरा राजे के निजी सचिव जायसवाल वहां पहुंचे और फिर पुलिस को खबर दी गई.


महल में चोरी की खबर से पुलिस में हड़कंप मच गया क्योंकि मौजूदा बीजेपी की सरकार ज्योतिरादित्य सिंधिया की वजह से ही बन पाई है. तत्काल पुलिस के अफसर ,एफएसएल की टीम और स्निफर डॉग टीम मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल की.


माना जा रहा है कि चोर ऊपर के रास्ते अंदर आये और रोशनदान के जरिये ही बाहर निकल गए. उन्होंने बाहर का ताला नहीं तोड़ा. चोरी किए गए सामान का कोई ब्यौरा नहीं मिल पा रहा है. फाइलें बिखरी पड़ी हैं और इससे मामला और भी रहस्यमय हो गया है. इसमें मुकदमे से जुड़ी फाइलें रखी हुई हैं. चोर वहां से एक कार्टून में रखा पंखा और एक कम्यूटर का सीपीयू ले गए लेकिन जांच के दौरान सीपीयू महल की छत पर ही पड़ा मिल गया. यह इलाका ग्वालियर के झांसी रोड थाना क्षेत्र में पड़ता है.


क्या NRC को पूरे देश में लागू करने की योजना है? इस सवाल पर केंद्र ने संसद में दिया ये जवाब