Gujarat Election Controversial Statements: अहमदाबाद, वडोदरा और गांधीनगर सहित गुजरात के 14 जिलों की 93 विधानसभा सीटों पर वोटिंग जारी है. एक ओर वोटिंग चल रही है तो दूसरी ओर नेताओं के बयानों के तीर चल रहे हैं. काउंटडाउन शूरू होते ही गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला के एक बयान ने राजनीतिक माहौल को और गर्म कर दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अक्सर खुलकर टिप्पणी करने वाले वाघेला ने मतदान के दिन एक बार फिर उनपर निशाना साधा है.


गुजरात विधानसभा चुनाव सद्दाम हुसैन, रावण और मौत के सौदागर तक पहुंच गया है. दरअसल, राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला ने पीएम मोदी को "मौत का सौदागर" बताया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी इस बार गुजरात में हारने वाली है. वाघेला ने गोधरा दंगों तक जिक्र करते हुए कहा, "सोनिया गांधी ही नहीं बल्कि मैं भी कहता हूं कि मोदी मौत का सौदगर है." बता दें कि वाघेला अभी किसी राजनीतिक दल के साथ नहीं हैं, लेकिन उनके बेटे महेंद्र सिंह वाघेला कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं.


'बात का बतंगड़ बनाना बीजेपी का धंधा..'


शंकर सिंह वाघेला ने आगे कहा कि एक दिसंबर को गुजरात की जनता का आधा भविष्य ईवीएम में कैद हो गया था और 5 दिसंबर को शाम 5 बजे पूरा भविष्य ईवीएम में कैद हो जाएगा. गुजरात की जनता व्यापार को समझने वाली जनता है. अपना भविष्य क्या होना चाहिए वो इनको पता है और बीजेपी ने 27 सालों से सिर्फ हिंदू-मुस्लिम की राजनीति की है. पीएम के आरोपों पर वाघेला ने कहा कि बात का बतंगड़ बनाना बीजेपी का धंधा है.


राहुल गांधी की सद्दाम हुसैन से तुलना


गुजरात विधानसभा चुनाव में सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने एक-दूसरे पर खूब आरोप लगाए. बयानवीर नेताओं की लिस्ट में वैसे तो बहुत नाम हैं, लेकिन हम कुछ का जिक्र या कर रहे हैं. लिस्ट में बीजेपी के दिग्गज नेता और असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा का नाम भी शामिल हैं, जो गुजरात चुनाव के बीच सद्दाम हुसैन को ले आए थे. जी हां, उन्होंने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की तुलना सद्दाम हुसैन से कर दी थी. सरमा ने कहा था कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष का चेहरा 'सद्दाम हुसैन जैसा' दिखाई नहीं देना चाहिए. इसके बाद कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति दर्ज करवाई थी. 


खरगे ने चुनाव में करवाई रावण की एंट्री


सद्दाम के बाद गुजरात चुनाव में रावण की ग्रैंड एंट्री हुई. अहमदाबाद के बेहरामपुरा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी की तुलना रावण से कर दी थी. उन्होंने कहा था, "हम आपका (मोदी का) चेहरा निगम चुनाव, एमएलए चुनाव या सांसद चुनाव, हर जगह देखते हैं… क्या आपके पास रावण की तरह 100 सिर हैं?" उनके इस बयान के बाद खूब सियासी बवाल हुआ.


रावण से बात सुर्पणखा तक पहुंची


कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को रावण वाले बयान पर बीजेपी ने खूब घेरा. हालांकि, इस जुबानी लड़ाई में पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद रेणुका चौधरी खरगे की भी एंट्रो हो गई. उन्होंने पीएम मोदी पर हमला किया. रेणुका ने कहा, "जब पीएम मोदी ने संसद में मेरी तुलना सुर्पणखा से की थी उस वक्त मुद्दे को क्यों नहीं उठाया गया."


औकात भी नापने लगे नेता


इस बार चुनाव में बात रावण, सद्दाम हुसैन और सुर्पणखा से और ऊपर औकात तक पहुंच गई थी. कांग्रेस नेता मधुसूदन मिस्त्री ने पीएम मोदी को लेकर कुछ बयान देने पर 'औकात' शब्द का इस्तेमाल किया. इसपर भी काफी बवाल हुआ था. यहां तक की पीएम मोदी ने एक चुनावी रैली के दौरान खुद इसका पलटवार किया था. मोदी ने कहा था "वो कहते हैं औकात दिखा देंगे. मैं कहता हूं मेरी कोई औकात नहीं है. हमारी औकात बस सेवा देने की है."


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