गुजरात चुनाव 2017: एक बार भारतीय जनता पार्टी गुजरात में सत्ता पर काबिज रहने में सफल रही है लेकिन वह मेहसाणा जिले की दो विधानसभाओं को कांग्रेस के हाथों हार गयी. जिनमें से एक उंझा विधानसभा भी है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गृहनगर वडनगर शामिल है. इसके अलावा बेचराजी सीट पर भी बीजेपी के उम्मीदवार को हार का सामना करना पड़ा.


उंझा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार आशा पटेल ने बीजेपी उम्मीदवार और मौजूदा विधायक नारायण पटेल को 19000 वोटों के बड़े अंतर से हरा दिया. 2012 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के दिग्गज नेता पटेल (79 वर्ष) ने 40 वर्षीय आशा पटेल को हराया था.


इसी तरह बेचराजी सीट पर कांग्रेस के भरतजी सोनाजी ठाकोर ने बीजेपी के रजनीकांत सोमाभाई पटेल को 15811 मतों के बड़े अंतर से हराया, जबकि पिछले चुनावों में बीजेपी के रजनीकांत पटेल ही यहां से विधायक निर्वाचित हुए थे.


इस बार पटेल आरक्षण आंदोलन तथा ठाकोर समुदाय का झुकाव कांग्रेस की ओर बढ़ने के बाद तस्वीर बदल गयी है.


उंझा के कुल 2.12 लाख मतदाताओं में 77 हजार पाटीदार हैं, वहीं करीब 50 हजार मतदाता ठाकोर समुदाय से आते हैं.


उंझा को उमिया माता मंदिर के लिए भी जाना जाता है जो काडवा पटेल समुदाय की कुलदेवी हैं.


वड़नगर में मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी दोनों ने ही रैलियां की थीं.