नई दिल्ली: गुजरात में रेप की घटना के बाद बिहार, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के लोगों पर हो रहे हमलों और पलायन के लिए मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है. साथ ही उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा है कि वे केवल बात ही करेंगे या हिंसा भड़काने वाले अपने नेता के खिलाफ कार्रवाई करेंगे. उनका इशारा गुजरात से कांग्रेस विधायक और बिहार कांग्रेस के प्रभारी अल्पेश ठाकोर की तरफ था.
बीजेपी का दावा है कि अल्पेश ठाकोर के संगठन 'गुजरात क्षत्रिय ठाकोर सेना' ने बिहार-यूपी के लोगों पर हमले किये और उन्हें धमकियां दी. जिसके बाद उन्हें पलायन करने को मजबूर होना पड़ा. वहीं कांग्रेस पलायन के लिए विजय रुपाणी सरकार की नाकामी और बंद होते उद्योग-धंधों को जिम्मेदार ठहरा रही है.
कल कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ''ग़रीबी से बड़ी कोई दहशत नहीं है. गुजरात में हो रहे हिंसा की जड़ वहां के बंद पड़े कारख़ाने और बेरोजगारी है. व्यवस्था और अर्थव्यवस्था दोनों चरमरा रही है. प्रवासी श्रमिकों को इसका निशाना बनाना पूर्णत ग़लत है. मैं पूरी तरह से इसके खिलाफ खड़ा रहूंगा.''
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राहुल गांधी के इस बयान के बाद विजय रुपाणी ने एक के बाद एक कई ट्वीट्स किये. उन्होंने कहा, ''अगर राहुल गांधी वास्तव में गुजरात में हिंसा के खिलाफ हैं तो अपने उन पार्टी सदस्यों पर कार्रवाई करें जिन्होंने हिंसा भड़काई है. हल ट्वीट करने में नहीं कार्रवाई करने में है. पर, क्या वह ऐसा करेंगे?''
उन्होंने कहा, ''कांग्रेस पहले हिंसा भड़काती है और फिर कांग्रेस अध्यक्ष हिंसा के खिलाफ टिप्पणी करते हैं. कांग्रेस अध्यक्ष को कोई शर्म नहीं है क्या?''
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रुपाणी ने कहा, ''हम राज्य में सुरक्षा का विश्वास बढ़ाने की कोशिश कर रह हैं, हम सबको एहसास दिला रहे हैं, कि वे राज्य में सुरक्षित हैं.'' उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अपने ट्वीट पर शर्मिंदा होना चाहिए, जब उनके पार्टी सदस्य ही राज्य में हिंसा भड़का रहे हैं.
आपको बता दें कि साबरकांठा जिले में 28 सितंबर को एक नाबालिग लड़की से रेप के आरोप में बिहार के एक मजदूर को गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद से स्थानीय संगठन और लोगों ने हिंदी भाषी प्रदेश के लोगों को निशाना बनाना शुरू कर दिया. एक हफ्ते के बाद इस मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया है. कल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विजय रुपाणी से फोन पर बात करने की बात कही थी.
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