गुजरात एटीएस ने बीते दिनों तीन आतंकवादियों को गिरफ्तार किया था. इसी सिलसिले में हैदराबाद की पोर्ट व्यू कॉलोनी स्थित अशद मंजिल में डॉक्टर अहमद सैयद के घर पर एटीएस ने तलाशी अभियान चलाया. इस दौरान एटीएस को डॉक्टर अहमद सैयद के घर से बड़ी मात्रा में रसायन मिला, जो दुनिया के सबसे घातक जहर राइज़िन बनाने का कच्चा माल बताया जा रहा है.

Continues below advertisement

एटीएस ने बरामद केमिकल (रसायन) को सील कर फॉरेंसिक जांच (FSL) के लिए भेज दिया है. डॉ. अहमद सैयद ‘राइज़िन’ जैसा जानलेवा केमिकल तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर चुका था और इसके लिए आवश्यक उपकरण और कच्चा माल भी खरीद चुका था. सूत्रों के अनुसार चीन से एमबीबीएस की पढ़ाई करने वाला अहमद सैयद कई पाकिस्तानी नागरिकों के संपर्क में था.

डॉक्टर को सोशल मीडिया पर कट्टरपंथी बनाया गया हैदराबाद के राजेंद्रनगर का रहने वाला डॉक्टर अहमद सैयद तीन लोगों के एक मॉड्यूल का हिस्सा था, जिन पर देश विरोधी गतिविधियों की साजिश रचने का आरोप है. उसने अपने परिवार को बताया था कि वह काम के सिलसिले में गुजरात जा रहा है. जांचकर्ताओं का कहना है कि डॉक्टर को सोशल मीडिया पर कट्टरपंथी बनाया गया था. 

Continues below advertisement

खुद आतंकी बनने के बाद दूसरों को भी बना रहा थाकट्टरपंथी बनने के बाद डॉक्टर सैयद टेलीग्राम पर आतंकवाद से जुड़े आपत्तिजनक पोस्ट कर रहा था. आतंकी डॉक्टर पर आरोप है कि वो दूसरों को भी कट्टरपंथी बना रहा था और उसका संपर्क इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रोविंस से जुड़े कथित हैंडलर अबू खदीजा से था. जांचकर्ताओं का कहना है कि आरोपी डॉक्टर अहमद सैयद के कई लोगों के साथ आपत्तिजनक चैट मिले हैं. वह कई टेलीग्राम ग्रुप्स का भी हिस्सा था. 

जांचकर्ताओं ने बताया कि आतंकी डॉक्टर समान विचारधारा वाले लोगों के संपर्क में आने के बाद उनके साथ चैट शुरू करता था. आरोपी डॉक्टर का संपर्क अबू खदीजा नाम के एक हैंडलर से था. जांचकर्ताओं ने आगे बताया कि आरोपी डॉक्टर आतंकवाद से जुड़े मुद्दों पर बात करके दूसरों को कट्टरपंथी बना रहा था.

ये भी पढ़ें

धमाकों की कई महीनों से चल रही थी प्लानिंग, कई बार दिल्ली आया था मुजम्मिल, पुलिस को फोन से मिले अहम सबूत