Gujarat ABP News C-Voter Survey: गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए बमुश्किल 15 दिन बचे हैं. पहले चरण का मतदान 1 दिसंबर को होगा. मतदान के करीब दो हफ्ते पहले एबीपी न्यूज सी-वोटर सर्वे (ABP News C-Voter Survey) के नतीजे गुजरात की जनता का मूड बता रहे है. 

किसी भी सत्ताधारी दल के लिए पहली चुनौती कुर्सी बचाए रखने की होती है. बीजेपी 27 सालों से गुजरात में सीएम की कुर्सी संभाल रही है. कांग्रेस या आम आदमी पार्टी इस बात को भी चुनावी मुद्दे के तौर पर पेश कर रही है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कहना है कि गुजरात में एक मौका उन्हें मिलना चाहिए. बीजेपी एक बार फिर मोदी मैजिक चलने की उम्मीद में है. हालांकि, चुनावी अभियानों में वह किए गए कार्यों के आंकड़े भी पेश कर रही है. 

पता चल रहा जनता का मूड

चूंकि मतदान की तारीख करीब आ रही है, इसलिए गुजरात में फिलहाल एक ही मुद्दा है- चुनाव. पांच साल बाद एक बार फिर लोकतंत्र के इस पर्व के लिए जनता उत्साहित. हालांकि, चुनाव के वक्त अभियानों में जिस तरह से पार्टियां लुभावने वादे करती हैं, उससे जनता के लिए कई बार किसी पार्टी या उम्मीदवार के लिए एक राय बनाना आसान नहीं रह जाता है. आखिर इस माहौल में और एबीपी न्यूज के लिए सी-वोटर ने जनमत सर्वेक्षण किया, जिसमें कई सवालों पर जनता की राय लेने की कोशिश की. गुजरात की सियासत के हाल के अहम घटनाक्रम से जुड़े कुछ सावाल पूछे गए. लोगों ने सर्वे में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया और जवाब दिए. आइये सर्वे के इन दस सवालों के जरिये समझते हैं कि गुजरात जनता का मूड क्या है.

चुनाव में कोई एक नारा कई बार चमत्कार कर देता है तो कई दफा पार्टी की किरकिरी भी करा देता है. इस चुनाव में भी पार्टियों की ओर नए नारे सामने आए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नारा दिया 'आ गुजरात मैं बनाव्यु छे' यानी यह गुजरात मैंने बनाया है. वलसाड की एक रैली में पीएम ने लोगों से यह नारा लगवाया. इस नारे बीजेपी को फायदा होगा या नुकसान? यह सवाल जब जनता से पूछा गया तो जनता कुछ यूं जवाब दिया. 

पीएम नरेंद्र मोदी के नारे 'आ गुजरात मैं बनाव्यु छे' से बीजेपी को फायदा या नुकसान?

  • फायदा- 48%
  • नुकसान- 42%
  • असर नहीं- 10%

बीजेपी के पोस्टर कैंपेन 'मैं खुश हूं' उसके लिए माहौल बनेगा?

  • हां- 49%
  • नहीं- 51%

बीजेपी के दिग्गज नेताओं के टिकट कटने से पार्टी को फायदा या नुकसान?

  • फायदा-42%
  • नुकसान-48%
  • असर नहीं-10%

इशुदान गढ़वी को मुख्यमंत्री उम्मीदवार बनाने से 'आप' को फायदा या नुकसान?

  • फायदा- 53%
  • नुकसान- 32%
  • असर नहीं- 15%

इंद्रनील राजगुरु के कांग्रेस में वापसी करने से 'आप' को फायदा या नुकसान?

  • फायदा- 36%
  • नुकसान- 42%
  • असर नहीं- 22%

हिमांशु व्यास, भगवान भाई, मोहन सिंह राठवा के पार्टी छोड़ने से कांग्रेस को फायदा या नुकसान?

  • फायदा- 41%
  • नुकसान- 41%
  • असर नहीं- 18%

दिल्ली के MCD चुनाव के साथ गुजरात इलेक्शन से 'आप' को फायदा या नुकसान?

  • फायदा- 41%
  • नुकसान- 40%
  • असर नहीं- 19%

गुजरात में ओवैसी फैक्टर कितना बड़ा?

  • बहुत बड़ा- 44%
  • कम बड़ा- 25%
  • फैक्टर नहीं- 31%

गुजरात में मुस्लिम वोटरों की पार्टी को लेकर पसंद?

  • कांग्रेस- 47%
  • आप- 25%
  • ओवैसी- 9%
  • बीजेपी- 19%

गुजरात में असदुद्दीन ओवैसी के स्लॉटर हाउस वाले दांव से चुनाव पर असर होगा?

  • हां- 24%
  • नहीं- 76%

नोट: एबीपी न्यूज के लिए यह सर्वे सी-वोटर ने किया है. सर्वे में गुजरात के 2,666 लोगों से बात की गई. सर्वे के नतीजे पूरी तरह से लोगों से की गई बातचीत और उनके द्वारा दी गई राय पर आधारित हैं. इसके लिए एबीपी न्यूज जिम्मेदार नहीं है. सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 प्रतिशत है. 

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