नई दिल्ली: म्यांमार की सेना ने हिंदुओ की सामूहिक कब्रें मिलने का दावा किया है. म्यांमार सेना ने अपने दावे में कहा है कि हिंसाग्रस्त रखाइन क्षेत्र में 28 हिंदुओं की सामूहिक कब्र मिली हैं. सेना के मुताबिक रोहिंग्या मुस्लिम आतंकियों ने इन हिंदुओं का कत्ल किया है. हालांकि म्यांमार सेना के दावे की अब तक पुष्टि नहीं हो सकी है.


म्यांमार सेना प्रमुख की वेबसाइट पर जारी बयान के मुताबिक, ‘रखाइन राज्य में सुरक्षा कर्मियों को 28 हिंदुओं के शव मिले हैं जिनका एआरएसए अतिवादी बंगाली आतंकवादियों द्वारा कत्ल किया गया.’ म्यांमार सेना के अनुसार हजारों हिंदू उन गांवों से भाग चुके हैं जहां वो रह रहे थे क्योंकि रोहिंग्या आतंकवादियों द्वारा इन्हें निशाना बनाया जा रहा है.


जानिए, कौन हैं रोहिंग्या मुसलमान, क्यों हैं पलायन को मजबूर?


क्या है पूरा मामला?
म्यांमार में लंबे अरसे से रोहिंग्या मुसलमान पलायन कर रहे हैं. रोहिंग्या भारत, बांग्लादेश और थाईलैंड समेत कई दूसरे देशों में शरण ले रहे हैं. पिछले एक महीने के भीतर ही इस क्षेत्र से 4,30,000 से ज्यादा रोहिंग्या भागकर बांग्लादेश गए हैं. म्यांमार से पलायन करने के बाद रोहिंग्या मुसलमान बांग्लादेश में पनाह ले रहे हैं.


सिर्फ बांग्लादेश ही नहीं भारत में भी हजारों रोहिंग्या मुसलमानों ने शरण ले रखी है. दरअसल म्यांमार के रखाइन राज्य में सेना और रोहिंग्या चरमपंथियों के बीच संघर्ष चल रहा है. सैकड़ों लोग इसमें मारे जा चुके हैं. दुनियाभर के मानवाधिकार संगठन म्यांमार में रोहिंग्या पर अत्याचार का आरोप लगा रहे हैं.


भारत में कितने हैं रोहिंग्या?
भारत में 40 हज़ार रोहिंग्या मुसलमान हैं. जिनमें 14 हज़ार रोहिंग्या UNHCR के कार्ड धारक हैं. भारत सरकार ने उन्हें वापस भेजने की बात कही है. अभी मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है.