नई दिल्ली: देश को जल्द ही नया चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) मिलने जा रहा है. आज देश की चीफ्स ऑफ स्टॉफ कमेटी (सीओएससी) का चैयरमैन बनने के बाद थलसेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने साफ कर दिया कि देश के नए सीडीएस की नियुक्ति उनकी पहली प्राथमिकता होगी. आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल 15 अगस्त को लालकिले से दिए अपने भाषण में सीडीएस बनाने की घोषणा की थी.


थलसेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने आज वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ से चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी (सीओएससी) के चैयरमैन की कमान संभाली. दरअसल, तीनों सेनाओं से जुड़े सामूहिक मुद्दों को लेकर सीओएससी का पद बनाया गया है. जिसमें तीनों सेनाओं यानि थलसेना वायुसेना और नौसेना के प्रमुख शामिल होते हैं. उन तीनों में जो सबसे सीनियर होता है वो सीओएसी का चैयरमैन बनता है. क्योंकि एयर चीफ मार्शल धनोआ इसी महीने की 30 तारीख को रिटायर हो रहे हैं इसलिए सबसे सीनियर चीफ होने के नाते अब ये पद जनरल बिपिन रावत को चला गया है. जनरल रावत लेकिन थलसेना प्रमुख के पद पर बने रहेंगे.


अगले सीओएससी के रूप में, जनरल रावत ने कहा कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की नियुक्ति को संचालित करने और तीनों सेनाओं के एकीकरण को बढ़ाने‌ और आधुनिक युद्ध लड़ने की क्षमताओं के सिंक्रनाइज़ेशन को प्रोत्साहित करने के लिए ध्यान केंद्रित किया जायेगा ताकि सशस्त्र बल भविष्य के लिए अच्छी तरह से तैयार रहें.



सीडीएस का पद सीओएससी का अगल कदम है जिसमें सीडीएस सरकार के मिलिट्री एडवाइजर के तौर पर काम करेगा. अभी तक ये साफ नहीं है कि वो फॉर स्टार जनरल होगा या फिर फाइव स्टार जनरल. आपको बता दें कि तीनों सेनाओं के प्रमुख फॉर स्टार जनरल होते हैं. लेकिन चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के पास सेनाओं से जुड़ी अहम जिम्मेदारियां होती हैं.


चीन और अमेरिका जैसे देशों में सीडीएस ही सरकार का मिलिट्री एडवाइजर होने के साथ साथ देश का ऑपरेशनल-कमांडर भी होता है, जो सभी ऑपरेशन्स, मिशन और युद्ध की जिम्मेदारी संभालता है. खासतौर से जहां तीनों सेनाओं का मिलाजुला ऑपरेशन हो. सेनाओं के प्रमुख अपनी अपनी सेनाओं के प्रशासनिक, भर्ती, सैलेरी इत्यादि जैसे काम देखते हैं.


प्रधानमंत्री मोदी के लालकिले के भाषण के बाद सरकार ने नए सीडीएस के पद के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया है जिसे नबम्बर तक अपनी रिपोर्ट पेश करनी है. जनरल रावत भी उस कमेटी के सदस्य हैं. रिपोर्ट मिलने के बाद माना जा रहा है कि सरकार नए सीडीएस के नाम की घोषणा कर देगी. सीडीएस बनाए जाने के बाद सीओएससी का पद खत्म कर दिया जायेगा.