मुम्बई: मुम्बई स्तिथ GEM Tours and Travel कंपनी अपने क्लाइंट्स कोरोना वैक्सीन दिलाने का दावा कर रही है. कंपनी अमेरिका में कोरोना वैक्सीन आने पर क्लाइंट्स को 4 दिन और तीन रात की सेवा उपलब्ध कराएगी. व्हाट्सएप और सोशल मीडिया पर मैसेज तेजी से वायरल होने पर एबीपी न्यूज़ इस मैसेज क्या सत्य जानने के लिए जेम टूर्स एंड ट्रेवल्स के दफ्तर पहुंचा.


व्हाट्स एप और सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल मैसेज जिसमें जेम टूर एंड ट्रेवल्स नाम की कंपनी अमेरिका में PFizer  द्वारा मुहैया कराई जाने वाले वैक्सीन उपलब्ध कराने का दावा कर रही है. मैसेज वायरल होते देख एबीपी न्यूज़ संवाददाता रेणु चौधरी ने सबसे पहले दिए हुए इस नंबर पर संपर्क साधा और जानने की कोशिश की आखिर यह कोई फ्रॉड मैसेज तो नहीं है, जो वायरल हो रहा है. GEM टूर से संपर्क होने पर एबीपी न्यूज़ दावा करने वाली कंपनी में जा पहुंचा जहां हमारी मुलाकात कंपनी के डायरेक्टर तेजस कपासी से हुई.


वायरल हुई इस मैसेज की सत्यता जानने के लिए एबीपी न्यूज़ ने कंपनी के डायरेक्टर तेजस कपासी से बात की. तेजस ने बताया के सोशल मीडिया पर आज जो हमारा मैसेज वायरल हुआ है वो वायरल मैसेज नहीं बल्कि सत्य है. हमारे लिए हर ज़िंदगी महत्वपूर्ण हैं और हम इसका दावा कर रहे हैं.


कपासी ने कहा, ''पिछले तीन से चार महीने में हम इसपर काम कर रहे हैं कि ट्रेवल्स में ज़रिए हम अपने क्लाइंट्स को कुछ नया सर्विस उपलब्ध कराएं. इसी तरह हम वैक्सीन टूरिज्म के शब्द को खोज निकाले और इसपर काम करना शुरू कर दिया है और यही मेसेज हमारा वायरल हुआ है. अपने क्लाइंट्स को हम लाने ले जाने की सेवा उपलब्ध कराएंगे.''



कपासी ने कहा, ''आज हर कोई कोरोना का वैक्सीन आने का इंतज़ार कर रहा है. 2000 से अधिक लोग अब तक हमें कॉल कर चुके है. 700 से अधिक व्हाट्स एप मैसेज हमे मीले हैं. 1000 से अधिक ईमेल हमे वैक्सीन के लिए मिल चुके हैं. वैक्सीन टूरिज्म के बारे में सुनने के बाद लोग हमे कॉल, मैसेज और ईमेल कर रहे हैं. साथ ही इसमे बड़ी संख्या में लोग हमें पैसे देने को तैयार हैं.''


कपासी ने आगे सफाई देते हुए कहा, ''हम ये साफ कर देना चाहते हैं कि हम अभी कोई पैसे नहीं ले रहे हैं. हम अपने क्लाइंट्स से केवल रजिस्टर करने को कह रहे हैं. लोगों को वैक्सीन मिले हमारी यही प्राथमिकता है. यह टूर 4 दिन और 3 रात का है. सभी तरह की सुविधा हम अपने क्लाइंट्स को देंगे इसके लिए उन्हें 1,74,999 की राशि खर्च करनी होगी.''


कपासी कहते हैं कि उनका केवल इतना ही लक्ष्य है कि उनके क्लाइंट्स को वैक्सीन मिले.


उन्होंने कहा, ''37 साल से हम इस क्षेत्र से जुड़े हैं. हमारे क्लाइंट्स को हमपर भरोसा है क्योंकि हमने सालों से ये भरोसा कायम रखा है. वैक्सीन का ट्रायल तो चल रहा है लेकिन हमारी तैयारी पूरी है. उसी को देखते हुए हम इसपर काम कर रहे है. ज़ाहिर सी बात है कि अमेरिका अपने नागरिकों को पहले प्राथमिकता देगा. उसके बाद भारत को लेकिन हमारी तैयारी भी जारी हैं.''