Gehlot Vs Pilot Latest Updates: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के सचिन पायलट (Sachin Pilot) को 'गद्दार' कहे जाने वाले बयान के बाद राज्य में सियासी बवंडर उठा हुआ है. इस बीच पार्टी नेताओं की तरफ से बयान के जरिए ये संदेश देने की कोशिश की जा रही है कि कांग्रेस के लिए अशोक गहलोत और सचिन पायलट दोनों ही जरूरी हैं.
गहलोत के वार पर पायलट भी पलटवार कर चुके हैं. दिसंबर की सर्द फिजाओं के बीच भारत जोड़ो यात्रा राजस्थान में एंट्री करने वाली है, वहीं इस सिसायी मामले ने गर्मी थोड़ी बढ़ा दी है. वहीं शुक्रवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने भी कहा कि संगठन की प्राथमिकता को देखते हुए मामले का हल निकालेगी.
- राहुल गांधी झालावाड़ जिले से राज्य में भारत जोड़ो यात्रा शुरू करेंगे, इसके लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं. तैयारियों का जायजा लेने के लिए पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल को राजस्थान भेजा जा रहा है. कहा ये भी जा रहा है कि मौजूदा विवाद को लेकर भी केसी वेणुगोपाल दोनों नेताओं से बात कर सकते हैं.
- पायलट को लेकर गहलोत के इस बयान से राजस्थान में कांग्रेस की आंतरिक कलह बढ़ती नजर आ रही है. राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. यह बयान ऐसे वक्त दिया गया, जब राहुल गांधी की अगुवाई में पार्टी की ‘‘भारत जोड़ो यात्रा’’ की राजस्थान में चार दिसंबर को दाखिल होने वाली है.
- शुक्रवार (25 नवंबर) को पूर्व मंत्री हरीश चौधरी ने भी इस विवाद पर बयान जारी कर अशोक गहलोत पर निशाना साथा. उन्होंने कहा कि शब्दों की गरिमा सभी को रखनी चाहिए. मेरे पास इतना अनुभव नहीं है, मैं तीन बार सीएम नहीं हूं, तीन बार केंद्रीय मंत्री नहीं हूं, तीन बार का प्रदेश अध्यक्ष भी नहीं हूं. हमारा अनुभव कम है. ऐसे में हम क्या सीखेंगे और आने वाली पीढ़ी भी इससे क्या सीखेगी?
- गुरुवार (24 नवंबर) को दिए गए अपने बयान के बाद शुक्रवार (25 नवंबर) को सीएम अशोक गहलोत ने आंबेडकर और महात्मा गांधी का जिक्र करते हुए सचिन पायलट पर फिर निशाने पर लिया. अशोक गहलोत ने कहा, महात्म गांधी अपमान का घूंट नहीं पीते तो कैसे आगे बढ़ते और देश को आजाद कराते. इसलिए अपमान का घूंट पीना आना चाहिए.
- वहीं कांग्रेस के एक अन्य विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा ने गहलोत-पायलट के इस नए विवाद पर कहा कि सीएम के बयान से कांग्रेसी नेताओं की भावनाएं आहत हुई हैं. मुख्यमंत्री को इस तरह का बयान शोभा नहीं देता. उन्होंने कहा सचिन पायलट ने कभी भी हाईकमान को चुनौती नहीं दी है.
- पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा कांग्रेस नेता सचिन पायलट को ‘‘गद्दार’’ कहे जाने को शुक्रवार को ‘‘अप्रत्याशित’’ करार दिया. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस को दोनों नेताओं की जरूरत है और राजस्थान के मसले का उचित हल व्यक्तियों को देखते हुए नहीं, बल्कि पार्टी संगठन को प्राथमिकता देकर निकाला जाएगा.
- कांग्रेस के संचार, प्रचार और मीडिया विभाग के प्रभारी महासचिव रमेश इन दिनों राहुल गांधी की अगुवाई वाली ‘‘भारत जोड़ो यात्रा‘‘ में शामिल हैं. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘गहलोत, कांग्रेस के वरिष्ठ और अनुभवी नेता हैं, लेकिन उनके द्वारा एक साक्षात्कार में (पायलट के लिए) जिस शब्द (गद्दार) का इस्तेमाल किया गया, वह अप्रत्याशित था और इससे मुझे भी आश्चर्य हुआ.’’
- रमेश ने कांग्रेस को एक परिवार बताया और कहा, ‘‘पार्टी को गहलोत और पायलट, दोनों की जरूरत है. कुछ मतभेद हैं, जिनसे हम भाग नहीं रहे हैं.’’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व द्वारा राजस्थान से जुड़े मसले का उचित हल निकाला जाएगा. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने जोर देकर कहा, ‘‘...लेकिन यह हल कांग्रेस संगठन को प्राथमिकता देते हुए निकाला जाएगा. हम व्यक्तियों के आधार पर कोई हल नहीं निकालेंगे.’’
- रमेश ने पायलट की तारीफ करते हुए उन्हें कांग्रेस का ‘‘युवा, ऊर्जावान, लोकप्रिय और चमत्कारी नेता’’ करार दिया. गहलोत ने एनडीटीवी को दिए इंटरव्यू में पायलट को ‘‘गद्दार’’ करार देते हुए कहा था कि उन्होंने वर्ष 2020 में कांग्रेस के खिलाफ बगावत की थी और गहलोत नीत सरकार गिराने की कोशिश की थी इसलिए उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाया जा सकता.
- गहलोत की बयानबाजी से कांग्रेस की भारी फजीहत के बीच रमेश ने राजस्थान के मुख्यमंत्री का नाम लिए बगैर कहा, ‘‘कांग्रेस के नेता बिना किसी डर के अपने मन की बात कहते हैं क्योंकि पार्टी आलाकमान तानाशाही के आधार पर कोई निर्णय नहीं लेता. कांग्रेस और भाजपा में यही फर्क है.’’