अंतरराष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी संदीप नांगल अंबियां की हत्या के बाद कुख्यात गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई की फेसबुक पोस्ट सामने आई है. लारेंस बिश्नोई गैंग ने पोस्ट के जरिए दावा किया है कि संदीप को हमारे गैंग ने मौत के घाट उतारा है. गैंग ने फेसबुक पर लिखा," कल संदीप नांगल अबियां को हमने नरक की तरफ भेजा है और इसका कसूर यह था कि इसने हमारे ग्रुप से धोखा करते हुए अपना काम निकालर पहले तो लारा लगाई रखा और फिर विदेश में गायब हो गया, हमने इसको मारा है क्योंकि अब इसका मरना जरूरी था. बता दें कि गांव मल्लियां खुर्द में चल रहे कबड्डी टूर्नामेंट के दौरान अंतरराष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी पर 4 हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं जिसकी बाद अस्पताल में उसकी मौत हो गई. वारदात के बाद सभी हमलावर सफेद रंग की कार में फरार हो गए.


कुख्यात गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई ने ली हत्या जिम्मेदारी


मौके पर मैच देख रहे दर्शकों ने बताया कि मल्लियां खुर्द में क्लबों के मैच चल रहे थे. इस टूर्नामेंट में मैच खेलने के लिए संदीप नांगल अंबियां टीम लेकर आया था और  ग्राउंड में जाने से पहले ही हमलावरों ने संदीप नांगल अंबियां पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं. उसको तुरंत इलाज के लिए नकोदर के एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां उसकी मौत हो गई. दूसरी ओर गैंगस्टर भगवान जग्गूपुरिया ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की है. जिसमें उसने लिखा है कि संदीप नांगल अंबियां हमारा भाई था और हमेशा रहेंगा. वहीं जग्गूपुरिया ने सोशल मीडिया पर गलत खबरें डालने वाले कुछ लोगों को सचेत भी किया है. संदीप सिंह का जन्म गांव नंगल अंबिया जिला जालंधर में हुआ था. बचपन से ही संदीप को कबड्डी का बहुत ज्यादा शौक था और उसने 18 साल की उम्र से प्रोफेशनल कबड्डी खेलना शुरू कर दिया था.


कई कबड्डी प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले चुके थे संदीप


20 साल की उम्र में इंग्लैंड जाकर पंजाब के क्लब्स में खेलना शुरू कर दिया था और चार पांच साल बेस्ट प्लेयर ऑफ द सीजन बनते रहे. उन्होंने देश और विदेश में कबड्डी का जौहर दिखाकर देश का नाम ऊंचा किया. भारत की बात की जाए तो उन्होंने प्रो कबड्डी लीग में भारत को बहुत बड़ी जीत दिलवाई थी क्योंकि उस वक्त वह बीमार भी थे और पाकिस्तान की टीम बहुत ज्यादा मजबूत मानी जा रही थी लेकिन उसके बावजूद भी अपनी शानदार परफॉर्मेंस के साथ उन्होंने टीम को जीत दिलाई. उन्हें बेस्ट परफॉर्मेंस का अवॉर्ड भी मिला इसके साथ ही उन्हें सोनालिका का ट्रैक्टर भी मिला. परिवार की बात करें तो अपनी पत्नी रूपिंदर कौर और दो जुड़वा बच्चों के साथ इंग्लैंड के बर्किंघम में ही रहता था. बता दे वह तीन भाई हैं एक भाई अंग्रेज सिंह वह भारत में ही रहता है और दूसरा भाई जो जुड़वा है वह संदीप के साथ ही रहता था. संदीप के पिता का नाम स्वर्ण सिंह है और माता का नाम कश्मीर कौर है. पिछले साल ही नवंबर महीने में वह भारत वापस आया था. गांव में मां बाप ही रहते थे. बता दें संदीप इंग्लैंड का नागरिक भी है.


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