मुंबई में लगातार बारिश वहां के लोगों पर आफत बनकर टूट रही है. ठाणे म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के मुताबिक, ठाणे के कलवा में लैंडस्लाइड के चलते एक इमारत ढ़ह गई. इसकी वजह से चार महिला समेत पांच की मौत हो गई. हालांकि, मलबे के अंदर से दो लोगों को जिंदा बचा लिया गया. लैंडस्लाइड के चलते कलवा इलाके में चार घरों को नुकसान पहुंचा है. इधर, प्रशासन की तरफ से राहत और बचाव का कार्य चल रहा है. 


मुंबई में भारी बारिश के एक दिन बाद सोमवार सुबह बारिश की तीव्रता कुछ कम हुई, लेकिन दिन में फिर से तेज हो गई, जिससे कुछ स्थानों पर जलभराव हो गया और मध्य रेलवे मार्ग पर लोकल ट्रेन सेवाएं बाधित हुईं. रविवार को महानगर में बारिश से संबंधित घटनाओं में 30 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें चेंबूर के माहुल इलाके में 19 लोगों की मौत शामिल है, जहां भूस्खलन के बाद कुछ घरों पर एक दीवार गिर गई.






बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) के एक अधिकारी ने बताया कि सोमवार को किसी और व्यक्ति की मौत की सूचना नहीं है. हालांकि, सुबह वर्षा की तीव्रता कुछ समय के लिए कम हुई लेकिन बाद में दिन के दौरान बारिश फिर से तेज हो गई जिससे कुछ क्षेत्रों में जलभराव हो गया.


मध्य रेलवे के मुख्य प्रवक्ता शिवाजी सुतार ने बताया कि पड़ोसी ठाणे जिले के कलवा और मुंब्रा स्टेशनों के बीच पटरियों पर पानी भर जाने के कारण सोमवार अपराह्न करीब तीन बजे मध्य रेलवे की ‘स्लो लाइन’ पर लोकल ट्रेन सेवाएं करीब आधे घंटे के लिए रोक दी गईं. उन्होंने बताया कि बाद में अपराह्न तीन बजकर 35 मिनट पर स्लो कॉरिडोर पर सेवाएं बहाल कर दी गईं. सुतार ने कहा कि इससे पहले दिन में उपनगरों के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के बाद विक्रोली और भांडुप रेल खंड के बीच जलजमाव हो गया था.


उन्होंने बताया कि एहतियात के तौर पर पूर्वाह्न 10.35 बजे से 10.50 बजे तक मुख्य लाइन के उस खंड में उपनगरीय ट्रेन सेवाएं निलंबित कर दी गईं. रेलवे सूत्रों ने कहा कि ठाणे में स्टेशन यार्ड भी जलमग्न हो गया और परिणामस्वरूप ट्रेनें धीमी गति से चल रही थीं. एक रेल कार्यकर्ता ने कहा कि विक्रोली और भांडुप खंड के साथ-साथ ठाणे स्टेशन पर जलजमाव के कारण मध्य रेलवे की उपनगरीय ट्रेन की समय सारिणी गड़बड़ा गई. कुछ यात्रियों ने कहा कि भायखला से सीएसएमटी के बीच की दूरी तय करने में ट्रेनों को कम से कम 30 मिनट का समय लग रहा था, जैसा कि सामान्य समय में 10-12 मिनट लगता है.


कोविड-19 महामारी से पहले, मध्य रेलवे और पश्चिम रेलवे दोनों 3,000 से अधिक उपनगरीय ट्रेन सेवाओं में एक दिन में 75 लाख से अधिक यात्रियों को ट्रेन सेवाएं मुहैया कराते थे, जो अब केवल आपातकालीन सेवाओं के कर्मचारियों और सरकारी कर्मचारियों के लिए संचालित की जा रही हैं. सुतार ने कहा कि मुंबई से करीब 130 किलोमीटर दूर स्थित कसारा घाट खंड में सोमवार तड़के तीन रेल लाइनों में से एक पर भूस्खलन हुआ. इसके चलते डाउन लाइन पर ही यातायात प्रभावित हुआ, लेकिन मध्य रेलवे के अनुसार ट्रेनें मध्य और अप लाइन पर चल रही थीं.


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