केंद्रीय अपराध शाखा (CCB) ने पूर्व डीजी और आईजी ओम प्रकाश की नृशंस हत्या के मामले में 1,150 पन्नों का आरोपपत्र दाखिल किया है. इस चार्जशीट में उनकी पत्नी पल्लवी को मुख्य आरोपी बनाया गया है, जबकि बेटी कृति को क्लीन चिट दी गई है.

1981 बैच के आईपीएस अधिकारी ओम प्रकाश (68) की 20 अप्रैल को उनके एचएसआर लेआउट स्थित आवास पर हत्या हुई थी. वह अपने तीन मंजिला घर पर खून से लथपथ पाए गए, जबकि उनकी पत्नी और बेटी उसी इमारत के अंदर मौजूद थीं. पुलिस जांच में सामने आया कि पल्लवी संपत्ति में हिस्सेदारी को लेकर असंतुष्ट थीं और इसी मुद्दे पर अक्सर ओम प्रकाश से झगड़े होते थे.

हत्या की वारदातआरोपपत्र के मुताबिक, खाने की मेज पर हुई बहस के दौरान पल्लवी ने ओम प्रकाश के चेहरे पर मिर्च पाउडर फेंका, उन पर खाना पकाने का तेल डाला और फिर कई बार चाकू से वार कर उनकी हत्या कर दी. हत्या के समय बेटी कृति घर की पहली मंजिल पर थी, लेकिन उसकी संलिप्तता के कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले, इसलिए उसका नाम आरोपपत्र से हटा दिया गया.

शिकायत और FIRयह मामला ओम प्रकाश के बेटे कार्तिकेश की शिकायत पर दर्ज हुआ था. शुरुआत में पुलिस ने पल्लवी और कृति दोनों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया था, लेकिन जांच में कृति के खिलाफ आरोप साबित नहीं हुए.

कैसे हुई थी पूर्व डीजीपी ओम प्रकाश की हत्याकर्नाटक के पूर्व डीजीपी ओम प्रकाश की हत्या के मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ था. जांच में सामने आया था कि घटना के तुरंत बाद उनकी पत्नी पल्लवी ने अपनी एक दोस्त को वीडियो कॉल कर कहा था कि मैंने राक्षस को मार दिया है. पुलिस जांच के अनुसार यह वारदात 20 अप्रैल को बेंगलुरु के एचएसआर लेआउट स्थित उनके आवास में हुई थी.

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