Hudda On Power Crisis: बिजली की कटौती के मुद्दे पर हरियाणा की खट्टर सरकार को घेरते हुए पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकार से बिजली पर श्वेत पत्र जारी करने की मांग की है. दक्षिण हरियाणा के फरीदाबाद में एक सभा को सम्बोधित करते हुए हुड्डा ने बिजली की आपूर्ति समेत मंहगाई और बेरोजगारी को लेकर बीजेपी सरकार पर निशाना साधा.


बिजली की किल्लत को लेकर एबीपी न्यूज के बात करते हुए नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपने कार्यकाल का हवाला देते हुए कहा कि 2014 में हरियाणा के पास 11 हजार मेगावाट बिजली उपलब्ध थी वो कहाँ गई? हरियाणा के पास सरप्लस बिजली थी. आज 8 हजार मेगावाट की मांग है लेकिन सरकार आपूर्ति नहीं कर पा रही. सरकार इस मामले पर व्हाइट पेपर जारी करे.


बीजेपी सरकार बेरोजगारी के मामले में हरियाणा नंबर वन


प्रदेश की बीजेपी सरकार को घेरने के बीते कुछ हफ्तों से भूपेंद्र सिंह हुड्डा पूरे राज्य में 'विपक्ष आपके समक्ष' अभियान चला रहे हैं. हाल में हुए हरियाणा कांग्रेस की नई टीम के एलान के बाद हुड्डा ने नए प्रदेश अध्यक्ष उदय भान के गृह जिले फरीदाबाद में 'विपक्ष आपके समक्ष' सभा को सम्बोधित किया. हुड्डा ने खट्टर सरकार को हर मोर्चे पर नाकाम बताते हुए कहा कि पहले हरियाणा प्रति व्यक्ति आय के मामले में नंबर एक था लेकिन अब बेरोजगारी के मामले में है. हुड्डा ने लोगों से बदलाव के लिए तैयार रहने को कहा.


उदयभान को प्रदेश अध्यक्ष बनाने पर बोले हुड्डा


कांग्रेस आलाकमान द्वारा अपने करीबी उदयभान को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने पर हुड्डा ने कहा कि मैं सुझाव देता हूँ, कांग्रेस नेतृत्व को जो सुझाव ठीक लगता है वो मानते हैं. हुड्डा ने उदयभान को जमीनी नेता बताया. वरिष्ठ नेता कुलदीप बिश्नोई की नाराजगी के सवाल को टालते हुए हुड्डा ने कहा कि उनसे बात कीजिए, मेरी किसी से नाराजगी नहीं है.


हरियाणा में चुनाव काफी दूर हैं लेकिन कांग्रेस अभी से मैदान में जुट गई है. इसकी बड़ी वजह यह है कि हरियाणा में कांग्रेस के सामने बीजेपी-जेजेपी सरकार के साथ ही अब आम आदमी पार्टी की चुनौती भी है. हरियाणा में कांग्रेस की कमान अब पूरी तरह हुड्डा के हाथों में है. उनके करीबी को प्रदेश अध्यक्ष बना कर कांग्रेस आलाकमान ने भी मान लिया कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा ही प्रदेश में कांग्रेस की वापसी करवा सकते हैं.


ये भी पढ़ें: Haryana News: हरियाणा में बिजली कटौती से कोई राहत नहीं, लोगों की बढ़ती जा रही हैं दिक्कतें


ये भी पढ़ें: हरियाणा में हुड्डा बने हीरो लेकिन क्या इन नतीजों में राहुल गांधी की हार है?