कोलकाताः पश्चिम बंगाल में बीते दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण गुरुवार को भी बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी रही. हालांकि गुरुवार को राज्य में बारिश कम हुई. राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी. बाढ़ से होने वाली मौतों की संख्या 23 बनी हुई है क्योंकि सात प्रभावित जिलों में से कहीं से भी किसी अन्य मौत की सूचना नहीं मिली है. राज्य में लगभग तीन लाख लोगों को राहत केंद्रों में शिफ्ट कर दिया गया है.


बाढ़ से प्रभावित हुई खेती


अधिकारी ने कहा, "बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है. हम इसकी निगरानी कर रहे हैं. पर्याप्त उपाय किए गए हैं और हमने सुनिश्चित किया है कि पीने के पानी, सूखे भोजन के पैकेट और दवाओं की पर्याप्त आपूर्ति हो." इन सात जिलों में चार लाख हेक्टेयर से अधिक कृषि भूमि जलमग्न हो गई है.


भारी बारिश के बाद बांधों से छोड़ा गया पानी


पिछले कुछ दिनों में भारी बारिश और बाद में बांधों से पानी छोड़े जाने से पूर्वी और पश्चिम बर्धमान, पश्चिम मेदिनीपुर, हुगली, हावड़ा, दक्षिण 24 परगना और बीरभूम जिलों के बड़े हिस्से जलमग्न हो गए हैं. यहां लोग कमर तक पानी भरने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. फिलहाल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंत्रियों को बचाव कार्यों पर नजर रखने और सभी प्रभावित लोगों तक राहत सामग्री पहुंचाने का निर्देश दिया है.


भारतीय वायु सेना कर रही राहत और बचाव कार्य


पश्चिम बंगाल में राहत और बचाव कार्य के लिए राज्य सरकार को भारतीय वायु सेना की मदद लेनी पड़ी. बता दें कि बीते सोमवार को सेना और वायु सेना ने हुगली जिले में बचाव और राहत अभियान चलाया. जहां अधिक बारिश और नदियों के उफान के कारण कई इलाके जलमग्न हो गए हैं. एक अधिकारी ने कहा कि एक लाख से अधिक तिरपाल, 1,000 मीट्रिक टन चावल, हजारों पीने के पानी के पाउच और साफ कपड़े प्रभावित लोगों के लिए बचाव आश्रयों में भेजे गए हैं.


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