Air India Plane Crash: अहमदाबाद में बीते 12 जून को एअर इंडिया की फ्लाइट AI-171 के साथ भयानक हादसा हुआ था. इस प्लेन क्रैश में विमान में सवार 241 यात्रियों और क्रू सदस्यों की मौत हो गई थी. इसके अलावा, जिस जगह यह विमान क्रैश हुआ, उस जगह पर मौजूद 19 लोगों की भी मौत हो गई. इस घटना की जांच कर रही एयर एक्सीडेंट्स इन्वेस्टिगेशन ब्रांच (AAIB) की शुरुआती रिपोर्ट भी सामने आई है, जिसमें हादसे की वजह साफ नहीं हो पाई है. अब इस रिपोर्ट पर भारतीय पायलट महासंघ (FIP) ने बयान जारी किया है. 

भारतीय पायलट महासंघ (FIP) के अध्यक्ष कैप्टन सी. एस. रंधावा ने बुधवार (16 जुलाई, 2025) को कहा कि FIP अहमदाबाद में एअर इंडिया की फ्लाइट AI-171 की दुखद दुर्घटना को लेकर प्रारंभिक निष्कर्षों और सार्वजनिक चर्चाओं पर गंभीर चिंता व्यक्त करता है.

उन्होंने कहा, 'सबसे पहले हम इस बात पर असंतोष व्यक्त करते हैं कि जांच प्रक्रिया से पायलट प्रतिनिधियों को बाहर रखा गया. साथ ही हम प्रारंभिक रिपोर्ट की व्याख्या और उसे सार्वजनिक रूप से प्रस्तुत किए जाने के तरीके पर भी कड़ा ऐतराज़ जताते हैं.' 

जांच रिपोर्ट में पर्याप्त जानकारी का अभाव: कैप्टन रंधावा

FIP के अध्यक्ष कैप्टन सी. एस. रंधावा ने कहा, 'जारी की गई जांच रिपोर्ट में पर्याप्त और समग्र जानकारी का अभाव है. ऐसा प्रतीत होता है कि यह केवल कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डिंग के व्याख्यायित अंशों पर आधारित है, जिससे फ्लाइट के क्रू मेंबर्स की पेशेवर क्षमता और ईमानदारी पर सवाल उठाए जा रहे हैं.'

उन्होंने कहा, 'यह नजरिया न तो निष्पक्ष है और न ही पूर्ण. हम अपने सदस्यों और आम जनता से अनुरोध करते हैं कि ऐसे जल्दबाजी में जांच से निकाले गए निष्कर्षों को गंभीरता से न लें. अभी थोड़ा इंतजार करें.'

ऐसी अटकलों से पायलट के करीबियों को दुख: कैप्टन

उन्होंने आगे कहा, 'किसी भी गहन, पारदर्शी और तथ्यों पर आधारित जांच से पहले दोषारोपण करना जल्दबाजी और गैर-जिम्मेदाराना है. इस तरह की अटकलें अत्यंत प्रशिक्षित चालक दल के पेशेवर रवैये को कमजोर करती हैं और उनके परिवारजनों और सहयोगियों के लिए अनावश्यक पीड़ा का कारण बनती हैं.'

FIP अध्यक्ष ने की निष्पक्ष जांच की मांग

कैप्टन सी. एस. रंधावा ने कहा, 'भारतीय पायलट महासंघ मीडिया, टिप्पणीकारों और प्राधिकरणों समेत अन्य सभी संबंधित पक्षों से अपील करता है कि वे अधूरी जानकारियों या निराधार अनुमानों को फैलाने से बचें. विमानन सुरक्षा में तथ्यों, ईमानदारी और उचित प्रक्रिया के प्रति मजबूत प्रतिबद्धता जरूरी है.'

उन्होंने कहा, 'हम चालक दल और उनके परिवारों के साथ एकजुटता में खड़े हैं और यह दोहराते हैं कि किसी भी अंतिम निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले एक निष्पक्ष, पारदर्शी और साक्ष्य-आधारित जांच की जाए.'

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