नई दिल्ली: कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन को लेकर आज दिल्ली में कई पूर्व खिलाड़ियों ने केंद्र सरकार द्वारा दिए गए खेल पुरस्कारों को वापस करने को लेकर राष्ट्रपति भवन की तरफ मार्च किया. हालांकि राष्ट्रपति भवन की तरफ से मिलने का वक्त ना दिए जाने के चलते पुलिस ने पूर्व खिलाड़ियों को आगे जाने की अनुमति नहीं दी. जिसके बाद ये पूर्व खिलाड़ी बिना अवॉर्ड वापस किए लौट गए. इन पूर्व खिलाड़ियों में पद्मश्री विजेता, अर्जुन अवॉर्ड विजेता, ध्यानचंद अवॉर्ड विजेता, गुरु द्रोणाचार्य अवॉर्ड विजेता समेत अन्य राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता शामिल थे.


दिल्ली के संसद भवन के पास जुटे पूर्व खिलाड़ियों ने राष्ट्रपति भवन की तरफ मार्च करना शुरू ही किया था तभी वहां पर मौजूद पुलिस बल ने उनको आगे बढ़ने से रोक दिया. पुलिस का कहना था कि राष्ट्रपति भवन की तरफ से इन खिलाड़ियों को मिलने की अनुमति नहीं दी गई है ऐसे में इनको राष्ट्रपति भवन की तरफ नहीं जाने दिया जा सकता. इसके बाद खिलाड़ी वापस चले गए, खिलाड़ियों का कहना था कि राष्ट्रपति की तरफ से जैसे ही मिलने का वक्त मिलेगा, वह वापस आएंगे और अपने अवॉर्ड वापस करेंगे.


इन खिलाड़ियों में पद्मश्री से सम्मानित करतार सिंह, मेजर ध्यानचंद अवॉर्ड से सम्मानित गुरमेल सिंह, अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित राजवीर कौर समेत कुछ और खिलाड़ी शामिल थे. इन खिलाड़ियों का कहना था कि जिस तरह से किसानों के साथ सरकार का बर्ताव रहा है, ये उससे आहत है और इसी वजह से केंद्र सरकार की तरफ से उनको जो राष्ट्रीय सम्मान मिला है, वह उस सम्मान को वापस कर रहे हैं.


गौरतलब है कि पंजाब से जुड़े दो दर्जन से ज्यादा खिलाड़ियों ने किसानों के आंदोलन और कृषि कानूनों का विरोध करते हुए केंद्र सरकार द्वारा उनको दिये गए राष्ट्रीय पुरस्कारों को वापस करने का एलान किया था. हालांकि दिल्ली में गिने चुने ही पूर्व खिलाड़ी पहुंचे. लेकिन उनका कहना था कि बाकी पूर्व खिलाड़ियों ने भी अपने अवॉर्ड उन तक पहुंचा दिए हैं और वह राष्ट्रपति से मिलकर उनको वापस करने आए हैं.


पूर्व खिलाड़ियों का कहना था कि भले ही सरकार किसानों से बात कर रही हो, लेकिन जिस तरह से किसानों के साथ सुलूक किया गया, उससे खासे आहत हैं और इसी वजह से अपने अवॉर्ड वापस करने का एलान कर रहे हैं.


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