नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों के ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद अब स्थिति नियंत्रण में है. हालांकि बताया जा रहा है कि कल हुई इस हिंसा में 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं. माहौल इतना बेकाबू होते देखा गया कि उपद्रवियों से बचने के लिये लाल किले की दीवारों से कूदने को तमाम पुलिसकर्मी मजबूर हो गये थे. इस दौरान उन्हें कई चोटें भी आयी.


जानें किन नेताओं ने लाल किला की तरफ जाने के लिए था उकसाया?


सिंघु बोर्डर पर वैसे तो अब रोज की तरह हालात सामान्य हो चुका है. लेकिन ये समझना बहुत जरूरी है कि इन किसानों को लाल किला की तरफ जाने को किसने उकसाया था और कैसे इतनी भारी तादाद में किसान वहां तक पहुंचे. किसानों से जब ये पूछा गया कि प्रदर्शनकारी किसान तय रूट को छोड़ कर लाल किला कैसे पहुंचे तो उन्होंने खुद बताया कि दीप सिद्धू और लाखा सिधाना नाम के दो किसान नेताओं ने युवाओं को लेकर लाल किला बढ़ने के लिए कहा था.


सीनियर किसान इस बात को लेकर राजी नहीं थे लेकिन जो युवा प्रदर्शनकारी उनकी बातों में आ गए और अपने तय समय से पहले सुबह 8:30 बजे ही सिंघु बोर्डर से लाल किले के लिए निकल कर गए. उसके बात अन्य किसान संगठनों के प्रदर्शनकारी भी लाल किले पहुंच गये.


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