Rakesh Tikait on Farmers Protest: किसान कानून वापसी वाले बिल पर संसद ने मुहर लगा दी है, अब सिर्फ राष्ट्रपति की मंजूरी का इंतजार है. कानून तो वापस हो रहे हैं सवाल ये है कि किसानों की घर वापसी कब होगी, किसान आंदोलन कब खत्म करेंगे. सूत्रों के हवाले से खबर है कि पंजाब के किसान आंदोलन खत्म करना चाहते हैं लेकिन बाकी जगहों के किसान अभी आंदोलन खत्म करने के मूड में नहीं हैं. पंजाब के किसान तो आंदोलन को लेकर नरम हैं लेकिन राकेश टिकैत के कड़े तेवर बरकरार हैं. टिकैत ने एबीपी न्यूज से बातचीत में कहा है कि आंदोलन खत्म होने वाली बात सिर्फ अफवाह का वायरस है.

 

किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, "इस तरह की कोई चर्चा नहीं हुई है. हमारी ऐसी कोई बातचीत नहीं हुई है. ये सिर्फ एक अफवाह है, जो हवा में वायरस की तरह फैल रही है. ये सरकार कोई चाल हो सकती है. आंदोलन खत्म होना संभव नहीं है."

 

कल किसान नेताओं की अहम बैठक

आंदोलन खत्म करने या न करने को लेकर अंतिम फैसला संयुक्त किसान मोर्चा को करना है. इसे लेकर बुधवार यानि कि एक दिसंबर को संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) की अहम बैठक होगी. हालांकि, राकेश टिकैत जैसे बड़े किसान नेता न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानून लाने की मांग कर रहे हैं.

 

बता दें कि करीब दस दिन पहले पीएम मोदी कृषि कानूनों की वापसी का एलान किया था. जिसके बाद किसान संगठनों ने कहा था कि संसद से बिल वापसी की प्रक्रिया पूरी होने तक हमलोग इंतजार करेंगे. कृषि कानून वापसी के एलान के साथ ही पीएम मोदी एमएसपी कानून के लिए कमिटी बनाने की बात कह चुके हैं लेकिन किसान संगठन केवल एलान से मानने को तैयार नहीं हैं.

 

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