नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) कांग्रेस, जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) और आम आदमी पार्टी (आप) पर चुनावों में ब्रिटेन की कंसल्टेटिंग कंपनी कैम्ब्रिज एनालिटिका (सीए) से मदद ली या नहीं? बड़ा सवाल बना हुआ है. ब्रिटेन की कंपनी सीए पर फेसबुक के पांच करोड़ यूजर्स की निजी जानकारी चोरी कर चुनावों में दुरुपयोग का आरोप लगा है. और बीजेपी-कांग्रेस दोनों दलों ने एक-दूसरे को लेकर दावा किया है कि चुनावों में उसने कैम्ब्रिज एनालिटिका की मदद ली.


राहुल बोले- भटकाने के लिए उठाया कदम
बीजेपी के आरोपों पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज कहा, 'इराक में 39 भारतीयों की मौत की घटना का समाधान कुछ इस तरह निकलता है कि मीडिया कांग्रेस और डाटा चोरी पर स्टोरी बनाए. समस्या का परिणाम यह निकलता है कि मीडिया से 39 भारतीयों की मौत की खबर रडार से गायब हो गए और अब समस्या का समाधान हो गया.'


ध्यान रहे कि मंगलवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने 2014 से लापता 39 भारतीयों की मौत की पुष्टि करते हुए कहा था कि सभी को आईएस के आतंकियों ने इराक के मोसूल में हत्या कर दी थी. कांग्रेस का आरोप है कि सरकार ने देर से इसकी जानकारी दी.





कांग्रेस ने इससे पहले दावा किया था कि बीजेपी लोकसभा और विधानसभा चुनाव में 2010 से कैम्ब्रिज एनालिटिका की मदद लेती रही है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ''बहुत जिम्मेवारी से हम यह कहना चाहते है- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने कभी ‘कैम्ब्रिज एनेलिटिका’ नाम की किसी कंपनी की सर्विसेज कभी हायर नहीं की, ये एक और झूठ का पुलिंदा है, जो झूठे कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद जी झूठे ऐजेण्डा के तहत, देश को आएदिन परोस रहे हैं.''


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'राहुल अक्ल से पैदल हैं?'
राहुल के बीजेपी पर हमले के बाद बौखलाए केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने सवालिया अंदाज में कहा कि वह अक्ल से पैदल हैं. उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, ''राहुल गांधी जी अक्ल से पैदल हैं क्या? उनको ये समझना चाहिए कि भोले-भाले भारतीयों के डाटा चोरी (फेसबुक डाटा लीक) का गंभीर अपराध हुआ है और यदि उसमें शामिल लोगों का पर्दाफाश हो रहा है तो इसमें उनको क्या प्रॉब्लम है?''





वहीं केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने दावा किया कि राहुल गांधी के सोशल मीडिया कैंपेन को कैम्ब्रिज एनालिटिका मैनेज करती है. उन्होंने कहा, ''राहुल गांधी के सोशल मीडिया कैंपेन को कैम्ब्रिज एनालिटिका की मदद से मैनेज किया गया है और उनकी कंपनी के अधिकारियों के साथ मीटिंग हुई है.'' बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने बुधवार को दावा किया था कि 2019 लोकसभा चुनाव में सोशल मीडिया कैंपेन के लिए कांग्रेस ने कैम्ब्रिज एनालिटिका को हायर किया है.


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साथ ही रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस के आरोपों पर सफाई देते हुए कहा कि बीजेपी ने कभी कैम्ब्रिज एनालिटिका की मदद नहीं ली. कांग्रेस ने पहले इस मुद्दे को क्यों नहीं उठाया.


पूरे मामले में आदमी पार्टी पर भी छिंटे आई है. कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि उसने भी चुनाव कैंपेन में कैम्ब्रिज एनालिटिका की मदद ली. हालांकि पार्टी ने सफाई देते हुए कहा है कि आरोप बिल्कुल निराधार है.


जेडीयू ने केसी त्यागी से मांगी सफाई
कैम्ब्रिज एनालिटिका की भारतीय सहयोगी कंपनी ओवलेने बिजनेस इंटेलिजेंस (OBI) का नाम पूरे विवाद में जुड़ने के बाद जेडीयू भी सवालों के घेरे में है. दरअसल OBI के मालिक जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के नेता केसी त्यागी के बेटे अमरीश त्यागी हैं. ओबीआई के दावों के मुताबिक उसने 2010 विधानसभा चुनाव में जेडीयू के लिए काम किया था. जेडीयू ने इस पूरे मामले में केसी त्यागी से सफाई मांगी है.





क्या बीजेपी, क्या कांग्रेस, क्या जेडीयू- सभी कैंब्रिज एनालिटिका को हायर कर चुके हैं